PATNA : गांधी सेतु पर यातायात भले ही पूरी तरीके से बहाल हो चुका हो लेकिन गंगा दियारा के लोगों के लिए अभी भी पीपा पुल आवागमन का एक बड़ा साधन है, लेकिन अब अगले कुछ महीनों के लिए दियारा के लोगों को पीपा पुल सुविधा नहीं मिल पाएगी। 15 जून से गंगा नदी पर बने पीपा पुल बंद कर दिए जाएंगे। इसके लिए बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड की तरफ से आदेश जारी कर दिया गया है। दसअसल मानसून के आगमन और गंगा नदी के जल-स्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है।
पटना एवं वैशाली जिले के अंतर्गत गंगा नदी पर बने पीपापुल जो कच्ची दरगाह-रूस्तमपुर (राघोपुर, वैशाली) के बीच है, उस पर वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने को कहा गया है। इसी तरह ग्यासपुर कालादियारा के बीच पीपापुल और सारण जिलान्तर्गत दानापुर- पानापुर के बीच भी पीपापुल पर 15 जून से यातायात परिचालन बंद कर दिया जाएगा। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि पीपापुल खोलने की कार्रवाई की जाए ताकि 15 जून से पीपापुल से पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह से बंद कराया जा सके। पीपा पुल बंद होने से वैशाली, सारण और पटना आने जाने–वाले लोगों को जेपी सेतु और महात्मा गांधी सेतु का सहारा लेते हुए लंबी दूरी तय करनी होगी।
गंगा नदी में बीते साल नवंबर में पीपापुल बनाया गया था। पीपापुल खासतौर पर दियारा के लोगों को आने–जाने के लिए लगाया जाता है। इससे दर्जनों गांवों के लोगों को आने जाने में सुविधा रहती है। पीपापुल बनने के कारण दियारा के लोगों को दिनचार्या की चीजों को पटना शहर से ले जाने और लाने में सुविधा होती है। इस बार ग्यासपुर और कच्चीदरगाह में लगाए गए पीपापुल से लोगों को काफी राहत मिली थी क्योंकि पिछले साल बाढ़ आने से कई गांव डूब गए थे। ऐसे में लोगों को नाव से ही जरूरी समान ले जाना पड़ता था। पीपापुल बनने का एक और मुख्य फायदा होता है कि बीमार लोगों को पटना ले आने के लिए छोटे वाहन का इस्तेमाल किया जा सकता है। 15 जून के बाद आमतौर पर इसे खोल दिया जाता है क्योंकि गंगा का जलस्तर बढ़ने लगता है।