PATNA CITY: बाढ़ के संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने दीघा घाट से लेकर पटना सिटी के विभिन्न गंगा घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान वे कंगन घाट भी पहुंचे। जहां बाढ़ की स्थिति का उन्होंने जायजा लिया।
कंगन घाट का जायजा लेने के बाद सीएम नीतीश ने बताया कि गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है जिसके निरीक्षण के लिए वे आज निकले हैं। लोगों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए पूरी तैयारी की जा रही है। गंगा घाटों के निरीक्षण के दौरान कई अधिकारी भी सीएम के साथ थे। जिन्हें मुख्यमंत्री ने आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये।
गौरतलब है कि राजधानी पटना पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। गंगा के जलस्तर में हुए इजाफे के कारण सभी नालों का गेट बंद कर दिया गया है। इसके अलावा एहतियातन राज्य सरकार ने अन्य कदम उठाए हैं।
बता दें कि राजधानी पटना में कई सालों के बाद बाढ़ का संकट इतना ज्यादा करीब नजर आ रहा है। गंगा नदी के किनारे बनी पटना की सुरक्षा दीवार को गंगा पार कर गई है। गंगा के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में 17 सेंटीमीटर का इजाफा हुआ है और अब नदी खतरे के निशान से 116 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। यही वजह है कि पटना की सुरक्षा दीवार को बाढ़ का पानी पार कर गया है। पटना के सभी गंगा घाटों को अब पूरी तरीके से बंद करना पड़ा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। हेलिकॉप्टर से सर्वे के दौरान उन्होंने खुद बाढ़ की स्थिति को देखा है। मंगलवार को ही इसे लेकर उन्होंने बैठक की जिसमें बाढ़ की स्थिति की पूरी जानकारी ली गयी। जलस्तर कहां बढ़ा है और कहां बढ़ने की संभावना है इन सभी बातों पर चर्चा हुई।
बैठक के बाद आज मुख्यमंत्री खुद बाढ़ की स्थिति को देखने निकल पड़े। सीएम नीतीश ने आज पटना के विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016 में भी गंगा का जलस्तर बढ़ा था। तब गंगा के किनारे बसे 12 जिले थे जो बाढ़ से प्रभावित हुए थे। गंगा तट के किनारे बसे उन जिलों पर विशेष ध्यान दिए जाने का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसे इलाकों में बाढ़ से बचाव की पूरी तैयारी करने और लोगों की सुरक्षा का प्रबंध किए जाने का निर्देश अधिकारियों को दिया।
मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय झा, आपदा प्रबंधन विभाग अधिकारी, डीएम, कमिश्नर सहित कई ऑफिसर्स भी साथ थे। गंगा में ऊफान का जायजा लेने के दौरान मुख्यमंत्री ने 2016 की तर्ज पर जिला प्रशासन को तैयारी करने का निर्देश दिया। अपने निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने गांधी सेतु के पाया नंबर 33 और 45 पर रुक कर उन्होंने गंगा नदी का जायजा लिया।