पटना के अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन में नर्सिंग सत्र का शुभारंभ

पटना के अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन में नर्सिंग सत्र का शुभारंभ

PATNA: पटना के दानापुर स्थित छितनाव में अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन में नर्सिंग पाठ्यक्रम के शैक्षणिक सत्र का आज शुभारंभ में हो गया। शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय पटना के कुलपति डॉ. एस एन सिन्हा, भूतपूर्व केन्द्रीय मंत्री कांति सिंह, पूर्व एमएलसी लालबाबू प्रसाद, औरंगाबाद से विधायक ऋषि कुमार, स्वास्थ्य विभाग के पूर्व सचिव गोरखनाथ प्रसाद, बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय पटना के विशेष कार्य पदाधिकारी श्रीधर पाण्डेय, आईएमए के अध्यक्ष और पीएमसीएच के पूर्व अधीक्षक विमल कारक, निर्जला कुमारी रजिस्ट्रार बिहार परिचारिका निबंधन परिषद, पटना एवं अम्बेदकर ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूशन के अध्यक्ष कौशल कुमार ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।


अनिता सोनी, प्राकृति कृष्णा, अभिषा कुमारी, अनुप्रिया, प्रिति कुमारी एवं खुरन कुमारी ने गुलदस्ता देकर अतिथियों का स्वागत किया। अंबेडकर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के अध्यक्ष डा. कौशल कुमार ने डा. एस० एन० सिन्हा कुलपति, बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय पटना का सम्मान मोमेंटो देकर किया तथा अन्य अतिथियों का स्वागत डा. अब्दुल्ला उप निदेशक अंबेडकर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के द्वारा मोमेंटो देकर किया गया। जिसके बाद संस्थान की छात्रा अर्पिता एवं ज्योति द्वारा गणेश वंदना तथा पूजा कुमारी ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। स्वागत भाषण मेधा रानी तथा ग्रुप डाना अंकित गौतम, मुस्कान, विक्की, राजा एवं सोनी ने मोहक रूप से प्रस्तुत किया तथा छात्र-छात्राओं अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम से दर्शको का मन मोह लिया।


संस्थान द्वारा शैक्षणिक सत्र के उदघाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि डा. एस० एन० सिन्हा ने कहा कि नर्सिंग रोजगार के साथ ही समाज सेवा का बेहतर अवसर प्रदान करती है। ऐसे तकनीकी शिक्षा प्रदान करने वाली संस्था अंबेडकर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन का योगदान सराहनीय है। वर्ष 2023 से सभी नर्सिंग, पारामेडिकल फार्मेसी का संचालन बिहार स्वास्थ्य विज्ञान पटना के अन्तर्गत एक ही विश्वविद्यालय के अधीन किया जाएगा। अब हमारे राज्य में भी हेल्थ एजुकेशन हेतु अलग से विश्वविद्यालय बन गई है जिससे राष्ट्रीय स्तर पर समरूपता आयेगी।


संस्थान के द्वारा संचालित प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि कांति सिंह ने कहा कि बिहार राज्य में भी नर्सिंग में उच्च शिक्षा के लिए बेहतर प्रशिक्षण की व्यवस्था अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन पटना द्वारा किया गया है। छात्र-छात्राओं को नर्सिंग प्रशिक्षण में डिप्लोमा एवं स्नातक डिग्री के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। राज्य में ही बी०एस०सी एवं जी०एन०एम० नर्सिंग की प्रशिक्षण हेतु बेहतर प्रशिक्षण संस्थान उपलब्ध है। राज्य में नर्सिंग पाठ्यक्रम के डिप्लोमा एवं डिग्रीधारी उम्मीदवारों की भारी कमी है। प्रशिक्षित नर्सों को राज्यद्वारा अच्छे वेतनमान पर लगातार नियुक्तियां की जा रही है। उन्होंने संस्थान के छात्र-छात्राओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि डा० गोरखनाथ प्रसाद पूर्व सचिव, स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार ने कहा कि छात्र-छात्राओं को मानवता की सेवा ही आपका प्रथम सवय होना चाहिए। अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन पटना द्वारा संचालित परिक्षण व्यवस्था की करते हुए उन्होंने कहा कि आगे इसमे आने वाले शैक्षणिक संस्थाओं को भी बेहतर परिक्षण का उच्चतम मापदंड बनाने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि श्री लालबाबू प्रसाद, पूर्व एम०एल०सी० ने कहा कि नर्सिंग प्रशिक्षण प्राप्त विद्यार्थियों के स्तर को लगातार में 10 वर्षों से देख रहा हू, इनके उतारोत्तर विकास एवं व्यक्तित्व प्रभावकारी है।


इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि ऋषि कुमार, विधायक ने नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को स्वास्थ्य सेवा के स्तर को ऊंचा उठाने हेतु संकल्प लेने का आवाहन किया। उन्होंने संस्थान को इस कार्यक्रम के बेहतर आयोजन के लिए प्रशंसा करते हुए कहा कि हमे उम्मीद है कि अम्बेदकर इंस्टीट्यूट नर्सिंग के क्षेत्र में एक बेहतर राष्ट्रीय मानक स्थापित करेगी। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि निर्जला कुमारी, रजिस्ट्रार, बिहार परिचारिका निबंधन परिषद, पटना कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि नर्सिंग स्वास्थ्य सेवा की मूल शक्ति है इसके बिना हम बेहतर स्वास्थ्य सेवा की कल्पना नही कर सकते है अम्बेदकर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन को पूर्व से इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन कर रहा है उससे उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की कि ऐसे प्रशिक्षण संस्थानों का विस्तार अम्बेदकर ग्रुप पूरे राज्य मे करेगी।


कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता डा. विमल कारक पूर्व अधीक्षक पी०एम०सी०एच० एवं अध्यक्ष आई०एम०ए० पटना ने कहा कि नर्सिंग से वह मानवता की सेवा का दूसरा कोई माध्यम नहीं है। राज्य के विकास में ऐसे संस्थानों की भूमिका महत्वपूर्ण है। श्रीधर पाण्डेय विशेष कार्य पदाधिकारी, बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय पटना स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर प्रशिक्षण से राज्य में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी को पूरा करने में मदद मिलेगी। 


इस मौके पर अंबेडकर ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूशन के अध्यक्ष कौशल कुमार ने कहा कि हमारे संस्थान में छात्र-छात्राओं का बेहतर परिक्षण प्राप्त करने में बढ़ती रुचि हमे निरंतर सुविधाओं के विकास के प्रति प्रेरित करती है। हमारी छात्राओं का जॉब प्लेसमेंट भी बेहतर रहा है। आगे भी प्रशिक्षण के साथ अन्य आवश्यक सुविधाओं की बढोतरी के प्रति हम सदैव प्रयत्नशील रहेंगे। नर्सिग कर्मियों की मांग राष्ट्र के साथ अन्तराष्ट्रीय स्तर पर है जिसे बिहार के यथा-युवती बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त कर पूरा कर सकते हैं। उन्होंने बताया की संस्थान द्वारा नर्सिंग, फार्मेसी एवं पारामेडिकल पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है जिसे स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार नर्सिंग फोसिल फार्मेसी कौंसिल ऑफ इंडिया नई दिल्ली के साथ ही आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना से सम्बंद्धता प्राप्त है। संस्थान द्वारा सभी पाठ्यक्रम का संचालन अलग-अलग निर्मित भवन में किया जा रहा है। संस्थान का प्रधान कार्यालय बेली रोड गोला रोड मोड पटना में स्थित है।


इस अवसर पर कृष्ण कुमार शर्मा खुशबू कुमारी अनुप्रिया अनिता सोनी, प्रियंका बूचल, अमीषा कुमारी, प्रिति कुमारी, निकिता कुमारी तथा संस्थान के पदाधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे। मंच का संचालन विशाल कुमार, नेपाली कन्हैया एवं अवला ने किया। कार्यक्रम का समापन संस्थान के प्राचार्य डा० कृष्ण कुमार शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन देकर किया।