PATNA : कोरोना महामारी के इस दौर में परेशान जनता अपने जनप्रतिनिधियों को तलाश रही है. आपदा की इस घड़ी में कई विधायक और सांसद अपने क्षेत्र नादरद हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जो जनता के बीच रहकर काम कर रहे हैं. पटना जिले में दो संसदीय क्षेत्र हैं. पटना साहिब से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद सांसद हैं तो वहीं पाटलिपुत्र से बीजेपी के ही रामकृपाल यादव. लेकिन इन दोनों सांसदों के बीच कार्यशैली का फर्क सीधे देखा जा सकता है.
रविशंकर प्रसाद एक तरफ जहां राजधानी पटना की शहरी जनता का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद इस महामारी में जमीन और नजर नहीं आ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पाटलिपुत्र से सांसद रामकृपाल यादव अपने क्षेत्र से जुड़कर काम कर रहे हैं. शनिवार को रामकृपाल यादव दानापुर के सगुना मोड़ स्थित डीएवी स्कूल में पहुँचे, जहां राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन दीन दयाल अंत्योदय योजना के तहत गरीब-मजदूरों के लिए सामुदायिक किचन का संचालन किया जा रहा है.
सामुदायिक किचन का जायजा लेने पहुंचे बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने खुद अपने हाथों से बच्चों को भोजन परोसा. बच्चों को खाना खिलाने के बाद रामकृपाल यादव खुद भी बैठकर खाना खाये. उन्होंने कहा कि एक दिन में लगभग 500 से अधिक लोग खाना खा रहे हैं. सप्ताह में मेनू के अनुसार खाना खिलाया जा रहा है. पीएम मोदी की ओर से शुरू की गई दीन दयाल अंत्योदय योजना के तहत गरीबों को खिलाने की व्यवस्था की गई है.
भाजपा सांसद रामकृपाल यादव पीएम मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तमाम उन अधिकारियों का शुक्रिया अदा किया, जिनके सहयोग वैश्विक आपदा की इस घड़ी में गरीबों और असहायों का पेट भरा जा रहा है. उन्होंने कहा कि उनके पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र में हर ब्लॉक और नगर पंचायत में सामुदायिक किचन का संचालन किया जा रहा है.
गौरतलब हो कि पटना जिले में दो संसदीय क्षेत्र हैं. लेकिन पटना साहिब सीट से जीतकर केंद्रीय मंत्री बने रविशंकर प्रसाद की काफी आलोचना हो रही है. उनके संसदीय क्षेत्र के लोग कोरोना काल में उन्हें तलाश रहे हैं. आपको बता दें कि मंत्री रविशंकर प्रसाद पिछले दिनों पटना आये थे हालांकि वह क्षेत्र में न जाकर वर्चुअल मीटिंग कर वापस दिल्ली रवाना हो गए.