PATNA : राजधानी पटना में जलजमाव को लेकर सरकार के खोखले दावों पर हाईकोर्ट के तेवर सख्त हो गये हैं. हर बार की बारिश के बाद पटना की सड़कों के पानी से डूब जाने से नाराज हाईकोर्ट ने राज्य सरकार और नगर निगम से जवाब देने को कहा है. कोर्ट ने कहा कि सरकार हर साल ये भरोसा दिलाती है कि अगले साल से जलजमाव नहीं होगा लेकिन अगले साल भी पुरानी स्थिति ही बरकरार रहती है. हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए ये आदेश दिया है.
हाईकोर्ट ने पूछा- जल जमाव दूर करने के लिए क्या किया
दरअसल पिछले साल पटना में जल प्रलय के बाद पूरी राज्य सरकार ने दावा किया था कि अब पटना को डूबने नहीं दिया जायेगा. लेकिन वस्तुस्थिति ये है कि हल्की बारिश के बाद भी पटना के कई इलाके डूब जा रहे हैं. आज भी चंद घंटे बूंदाबांदी हुई तो पटना की कई सड़कों पर जलजमाव हो गया. हाईकोर्ट ने आज पटना के इस हालत पर गहरी नाराजगी जतायी.
पटना में लगातार हो रहे जलजमाव पर पटना हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को तलब करते हुए जवाब मांगा है. हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के साथ साथ पटना नगर निगम को ये बताने को कहा है कि जलजमाव दूर करने के लिए क्या सब किया गया है और अभी के हालात क्या हैं.
दरअसल पटना में जलजमाव को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गयी थी. आज को मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति संजय करोल और न्यायमूर्ति एस कुमार की खंडपीठ ने याचिका दायर करने वाली संस्था पीआईएल फोरम की याचिका पर सुनवाई की. नीतीश सरकार के काम पर नाराजगी जताते हुए कोर्ट ने कहा कि हर साल शहर में हुई जलजमाव को लेकर कोर्ट में याचिकाएं दाखिल होती हैं. हर साल सरकार कोर्ट में ये दावा करती है कि आगे से लोगों को परेशानी नहीं होगी और सारे इंतजाम कर लिये गये हैं. लेकिन अगले साल फिर वही परेशानी सामने आ जाती है.
मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश दिया कि राज्य सरकार जल निकासी व्यवस्था का पूरा ब्यौरा पेश करे. सरकार ये भी बताये कि जलनिकासी के लिए संप हाउसों का क्या प्रबंध किया गया है. वहां कौन सी व्यवस्था की गयी. सरकार सारे बिंदूओं पर पूरी जानकारी हाईकोर्ट में पेश करे. वहीं, याचिका दायर करने वाली संस्था की ओर से बहस करते हुए वकील शशि भूषण कुमार ने कहा कि सरकार लगातार गलत आश्वासन दे रही है. तमाम सरकारी दावों के बावजूद भी पटना में जलजमाव की समस्या बरकरार है. हल्की बारिश होने के बाद भी पूरा शहर डूब जाता है. कई इलाकों में तो पूरे बरसात पानी जमा रहता है. लोगों को महीनों बाद जलजमाव से छुटकारा मिल पाता है.