PATNA : पटना जीआरपी थाने में एक यात्री से जबरन वसूली के आरोप में बड़ा एक्शन लिया गया है। इस मामले में थानेदार समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के यात्री सोमनाथ नइया से 50 हजार रुपये की मांग की गई थी और उन्हें धमकाया गया था। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल में मिले साक्ष्यों से अवैध वसूली की पुष्टि हुई है। इसके बाद रेल एसपी के निर्देश पर 6 आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
दरअसल, पश्चिम बंगाल के यात्री सोमनाथ नइया को जबरन हाजत में रखकर वसूली करने के आरोप में थानेदार समेत पांच पुलिसकर्मियों पर रेल एसपी ने कार्रवाई की। आरोपितों के खिलाफ जीआरपी में प्राथमिकी दर्ज की गई है। थानेदार पंकज कुमार को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया। उनकी जगह इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा को पदभार सौंपा गया है।
जबकि,दारोगा राकेश कुमार व रामचंद्र राम और एएसआइ संजय कुमार एवं सिपाही कृष्ण कुमार ठाकुर को निलंबित कर दिया गया है। एसपी एएस ठाकुर ने थानेदार को निलंबित करने के लिए डीआइजी को अनुशंसा की है। इनके अलावा पटना जंक्शन के मेस संचालक रवि को भी नामजद किया गया है।
बताया जा रहा है कि, पश्चिम बंगाल के रहने वाले सोमनाथ नइया ने एक अगस्त को हावड़ा की ट्रेन पकड़ने के लिए पटना जंक्शन पर इंतजार कर रहे थे।इस बीच, जीआरपी सिपाही कृष्ण कुमार ठाकुर वहां पहुंचा और उसने यात्री से कहा कि वह संदिग्ध अवस्था में यहां खड़ा है। इस पर सिपाही और यात्री के बीच थोड़ी बहस हुई। इसके बाद यात्री को वह थाने पर लेकर गया और हाजत में बंद कर दिया।
उधर, पश्चिम बंगाल पहुंचने पर सोमनाथ ने चार अगस्त को रेलवे हेल्पलाइन के नंबर 139 पर शिकायत की थी। इसकी जांच वरीय पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) प्रभाकर तिवारी को सौंपी गई थी। जांच में सीसीटीवीफुटेज और मोबाइल में मिले साक्ष्य से अवैध वसूली की पुष्टि हुई, जिसके बाद रेल एसपी के निर्देश पर छह अभियुक्तों के विरुद्ध प्राथमिकी की गई।