राष्ट्रीय सुरक्षा में चूक: पाकिस्तानी महिला से शादी छुपाने पर CRPF जवान बर्खास्त SAHARSA: बाइक की डिक्की से उच्चकों ने उड़ाए 5 लाख रुपये, CCTV में कैद हुई तस्वीर Bihar Education News: शिक्षा विभाग के इस महिला अधिकारी को मिला दंड, इस जुर्म में मिली सजा, जानें... Bihar News: न्यायमित्र के 2,436 पदों पर नियोजन की प्रक्रिया अंतिम चरण में, जल्द जारी होगी अंतिम मेधा सूची Bihar News: न्यायमित्र के 2,436 पदों पर नियोजन की प्रक्रिया अंतिम चरण में, जल्द जारी होगी अंतिम मेधा सूची Patna Crime News: पटना का कुख्यात उदय सम्राट रांची से अरेस्ट, जिले के Top10 अपराधियों में है शुमार Patna Crime News: पटना का कुख्यात उदय सम्राट रांची से अरेस्ट, जिले के Top10 अपराधियों में है शुमार Bihar News: सड़क किनारे गड्ढे में पलटा तेज रफ्तार ट्रैक्टर, हादसे में ड्राइवर की मौत; एक घायल CBSE 10th, 12th Result on DigiLocker: जल्द जारी होंगे CBSE 10वीं और 12वीं के नतीजे, DigiLocker से ऐसे रिजल्ट करें डाउनलोड CBSE 10th, 12th Result on DigiLocker: जल्द जारी होंगे CBSE 10वीं और 12वीं के नतीजे, DigiLocker से ऐसे रिजल्ट करें डाउनलोड
1st Bihar Published by: Updated Mon, 06 Jul 2020 09:11:01 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में कोरोना संक्रमण के हर दिन तकरीबन 400 नए मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में राज्य के अंदर कोरोना के खिलाफ बड़ी लड़ाई शुरू हो गई है। बिहार में पहली बार किसी मरीज का इलाज प्लाज्मा थेरेपी से किया गया। पटना एम्स में प्लाज्मा थेरेपी से ट्रीटमेंट की गई है। आईसीएमआर से मंजूरी मिलने के बाद पटना एम्स में 36 साल के एक कोरोना मरीज का इलाज प्लाज्मा थेरेपी के जरिए किया गया। इस मरीज की स्थिति पहले से बेहतर है हालांकि उसे अभी भी आईसीयू में रखा गया है लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि जल्द ही उसे आईसीयू से बाहर लाया जाएगा।
पटना एम्स ब्लड बैंक की इंचार्ज डॉ नेहा सिंह ने जो जानकारी साझा की है उसके मुताबिक 4 डॉक्टरों की टीम ने बिहार में प्लाज्मा थेरेपी के जरिए पहली बार किसी मरीज का इलाज किया है. इस टीम में डॉ सी एम सिंह, डॉक्टर नीरज अग्रवाल, डॉक्टर देवेंद्र और डॉक्टर नेहा सिंह खुद शामिल थी. एम्स के निदेशक डॉ पी के सिंह के मुताबिक आईसीएमआर की गाइडलाइन के मुताबिक मरीज की प्लाजमा थेरेपी की गई है. आपको बता दें कि प्लाजमा थेरेपी के लिए हर मरीज का ट्रीटमेंट किए जाने से पहले आईसीएमआर की अनुमति लेनी पड़ती है. पटना एम्स में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज भी प्लाज्मा के जरिए करने की अनुमति आईसीएमआर से मांगी गई थी.
प्लाजमा डोनेशन के जरिए कोरोना के खिलाफ लगातार सफलता मिल रही है. पटना एम्स में अब तक केवल 6 लोगों ने अपना प्लाज्मा डोनेट किया है. पटना एम्स का कहना है कि जितने ज्यादा लोग इलाज के लिए प्लाज्मा डोनेट करेंगे कोरोना के गंभीर मरीजों को उतना फायदा पहुंचेगा. पटना एम्स में प्लाज्मा डोनेट को बढ़ावा देने के लिए लोगों को आर्थिक मदद देने का फैसला भी किया है.