PATNA : बिहार में सीएम की कुर्सी को लेकर सियासत तेज हो गई है। आरजेडी के नेता तेजस्वी को 2023 में बिहार का सीएम बनाने की बात कह रहे हैं तो वहीं इसको लेकर जेडीयू नेताओं ने चुप्पी साध ली है। जेडीयू नेताओं ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया है कि ऐसे बयानों को वह नोटिस नहीं लेते हैं। इस बीच लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई से सांसद चिराग पासवान ने इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। चिराग ने कहा है कि RJD-JDU के बीच जब कोई डील हुई होगी तभी राजद के नेता ऐसा बयान दे रहे हैं। चिराग ने कहा है कि जेडीयू के पतन की शुरूआत हो चुकी है और जिस दिन बिहार में आरजेडी का मुख्यमंत्री बना उस दिन से जेडीयू का कोई नाम लेने वाला भी नहीं बचेगा।
चिराग ने कहा है कि अगर नीतीश कुमार देश की राजनीत करेंगे तो जेडीयू के नेताओं को इस बात पर सोंचना होगा कि जब मुख्यमंत्री 2023 में केंद्र की राजनीत का रूख करेंगे तो उस वक्त उनका और उनकी पार्टी का क्या होगा। चिराग पासवान ने कहा कि एक बात तो साफ हो गई है कि नीतीश कुमार को जब बिहार की जनता मुख्यमंत्री के रूप में पसंद नहीं करती है तो उन्हें देश का प्रधानमंत्री कोई नहीं बनाने वाला है। उन्होंने कहा कि देश की बड़ी विपक्षी पार्टियां जिनके पास विधायकों और सांसदों की संख्या अधिक है वे प्रधानमंत्री बनने का दावा नहीं कर रही हैं और लेकिन जिनके पास महज 40 विधायक हैं वे खुद को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बता रहे हैं।
चिराग पासवान ने का कि जिस गठबंधन के साथ नीतीश कुमार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे उसमें उन्हें चुनाव लड़ने के लिए नाममात्र की सीटें मिलेंगी। बिहार में सात दलों का गठबंधन है, जेडीयू को चुनाव लड़ने के लिए जो सीटें मिलेंगी उसमें उसे महज 7 से 8 सीटें आ सकती हैं। 8 सांसदों वाला कोई नेता देश का प्रधानमंत्री बने ऐसा नहीं होता है। चिराग ने कहा कि जेडीयू के पतन की शुरूआत हो चुकी है। जिस दिन बिहार में आरजेडी का मुख्यमंत्री बन गया उस दिन से जेडीयू का कोई नाम लेने वाला भी नहीं बचेगा।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से अब मुख्यमंत्री की कुर्सी संभल नहीं रही है। ऐसे में नीतीश कुमार को अब अपनी अर्जी लेकर केंद्र की राजनीत में घूमना चाहिए। नीतीश कुमार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास अपनी अर्जी लेकर गए थे, पता नहीं वह अर्जी स्वीकृत हुई या खारिज हो गई किसी को इसकी जानकारी नहीं है। चिराग ने सोनिया गांधी से नीतीश के मुलाकात की तस्वीर सामने नहीं आने पर दोनों की मुलाकात पर सवाल उठाया है। बिहार में जब मध्यावधि चुनाव होंगे तब तय होगा कि बिहार का मुख्यमंत्री कौन बनेगा।