PASHCHIMI CHAMPARAN: पश्चिम चंपारण के गौनाहा के भितिहरवा पंचायत स्थित मरजदी गांव एक बार फिर से पानी का कहर झेलने को मजबूर है। चारो तरफ नदी से घिरे इस गांव में हर बार बाढ़ का पानी बड़ी तबाही मचाती है, जिसके तहत इस बार भी दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण पंचायत के वार्ड नंबर चार में कटहा नदी पर बना पुल ध्वस्त हो गया है। इससे गांव का सड़क संपर्क प्रखंड और जिला मुख्यालय से भंग हो गया है।
2 दिनों से लगातार बारिश होने से गौनाहा प्रखंड से निकलने वाली दर्जनों पहाड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बता दें कि गांधी की ऐतिहासिक कर्मभूमि भितिहारवा पंचायत के मरजादपुर और मर्ज़दी के बीच में जोड़ने के लिए बनी जर्जर पुलिया पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गई है।
इधर राजकुमार शुक्ल की कर्म भूमि मुरली भरहवा में जाने के लिए चारों तरफ से मार्ग भी अवरुद्ध हो गया है। रास्ते में भारी कटाव के कारण आवागमन पूर्ण रूप से ठप हो गया है। बताते चलें कि श्रीरामपुर मानीटोला मंझरिया पटखौली बलुआ बेलवा अहरार पिपरा आदि दर्जनों गांव नदी के बढ़े हुए जल स्तर से भयभित है।
वही मर्ज़दी और मरजादपुर के बीच कटहा नदी पर बना जर्जर पुलिया ध्वस्त हो गई है। पुलिया निर्माण को लेकर कई सालों से लोग आवाज उठा रहे हैं। इसके लिए 2017 में वोट का भी बहिष्कार किया गया था।
बताया जा रहा है कि इस साल पुल के लिए बजट भी पास हो गया है और जल्द पुल निर्माण होने वाला है। बता दे कि यही वह गांव है, जिसके बारे में तीन ओर से नदी बीच में मर्ज़दी गांव की कहावत जिले में काफी प्रसिद्ध है।