पार्टी से निकाले जाने के बाद बोले सच्चिदानंद, ये तो होना ही था..मैं तो कब से इंतजार कर रहा था

पार्टी से निकाले जाने के बाद बोले सच्चिदानंद, ये तो होना ही था..मैं तो कब से इंतजार कर रहा था

PATNA : बीजेपी ने अपने दो बागी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। पूर्व एमएलसी सच्चिदानंद राय को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया है तो वही सांसद छेदी पासवान के बेटे रवि शंकर पासवान को भी बाहर का रास्ता दिखाया है। सच्चिदानंद राय को पार्टी की छवि धूमिल करने और अनुशासन तोड़ने का आरोपी पाते हुए पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है। बीजेपी के इस कार्रवाई पर पूर्व एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा कि पार्टी से निष्कासन तो होना ही था मैं तो कब से इंतजार कर रहा था।


मीडिया से बातचीत के दौरान पूर्व एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा कि जिनका पेट भर गया उन्हें ही राजनीति में आना चाहिए..लोग खाली पेट चले आते है और राजनीति को धंधा बना देते हैं। राजनीति धंधा का चीज नहीं है। राजनीति सेवा का माध्यम है।


पूर्व एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा कि मैं तो तब आया हूं जब मैंने 400 करोड़ रुपये की संपत्ति बना लिया था। पिछले बार अपने हलफनामा में हमने इस बात की जानकारी दी थी। अब अपने आईआईटीएन बेटों को तैयार कर लिया था। उनको हैंडओवर कर दिया था कि अब तुम लोग यहां से आगे बढ़ाओं। उनलोगों का प्रयास है कि 400 से बढ़कर आज उनकी संपत्ति 1100 पहुंच गया है। सच्चिदानंद ने कहा कि मैं तो यहां क्षेत्र में लोगों का काम कर रहा हूं। वही से लेकर खर्चा भी करता हूं खर्चा करने बाद यह स्थिति है।


पूर्व एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा कि पार्टी से निष्कासन तो होना ही था मैं तो कब से इंतजार कर रहा था। विचारधारा नहीं छोड़ूंगा सेवा की भावना,विकास,सबका साथ का विचारधारा तो मेरे डीएनए में है। मैं यह विचारधारा नहीं छोडूंगा। मैंने किसी पार्टी में ज्वाइन करने की बात सोची नहीं है। निर्दलीय से अच्छा कोई दल नहीं होता। पार्टी में जाने के बाद लोग अनुचित बंधन में फंस जाते हैं। सरकार के जिन कामों की आलोचना की जानी चाहिए वो भी नहीं पाते हैं। निर्दलीय रहकर अब सरकार के अच्छे कामों की सराहना करूंगा और बुरे कामों की आलोचना करूंगा।  


बता दें कि सच्चिदानंद राय को पार्टी ने पहले विधान परिषद चुनाव में बेटिकट कर दिया था। सच्चिदानंद राय निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर सारण स्थानीय कोटे की सीट पर उम्मीदवार हैं और पार्टी ने इन्हे दल विरोधी गतिविधि के श्रेणी में मानते हुए निष्कासित कर दिया है। प्रदेश मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा ने जो पत्र जारी किया है। उसके मुताबिक सच्चिदानंद राय को पार्टी की छवि धूमिल करने और अनुशासन तोड़ने का आरोपी पाते हुए पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है।