पप्पू यादव की रिहाई के लिए 27 जून को होगा 'करो-मरो, जेल भरो' आंदोलन : राजू दानवीर

पप्पू यादव की रिहाई के लिए 27 जून को होगा 'करो-मरो, जेल भरो' आंदोलन : राजू दानवीर

PATNA: जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव की रिहाई की मांग को लेकर 27 जून को करो-मरो, जेल भरो आंदोलन का आह्वान किया गया है। जिसमें प्रदेशभर के जाप कार्यकर्ता शामिल होंगे। इस बात की जानकारी जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर ने दी। उन्होंने कहा कि संघर्ष से होगी साजिश की हार, जनता के सेवक को रिहा करे सरकार।


जाप सुप्रीमों पिछले 46 दिनों से जेल में हैं। स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्ट्राचार का उजागर करने वाले पप्पू यादव की रिहाई को लेकर आगामी 27 जून को करो-मरो, जेल भरो कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस आंदोलन में प्रदेशभर के जन अधिकार युवा परिषद के नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे। इस दौरान सरकार के समक्ष बातों को रखा जाएगा। सरकार से पप्पू यादव की रिहाई की मांग की जाएगी। इस दौरान कार्यकर्ता अपनी गिरफ्तारी भी देंगे। जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीन ने कहा कि संघर्ष से ही साजिश की हार होगी। हम लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का पालन करके ही हम अपने लोकप्रिय नेता को जेल से बाहर निकलवाने का काम करेंगे।  


राजू दानवीर ने बताया कि क्रांति नायक पप्पू यादव ने कोरोना महामारी के दौरान कई लोगों का जीवन बचाने का काम किया। लेकिन अस्पताल माफिया, एम्बुलेंस चोर सांसद और भाजपा के दबाव में बिहार सरकार ने उन्हें साजिश के तहत जेल में रखा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब सत्ताधारी और विपक्ष के नेता अपने-अपने घरों में दुबके थे, उस वक्त एकमात्र पप्पू यादव पूरे बिहार के अस्पताल से लेकर शमशान घाट का जायजा ले रहे थे। जब लोग एक दूसरे से मिल भी नहीं रहे थे, तब वे लाचार और बेबस लोगों के बीच दवाई, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर, भोजन, अस्पतालों में बेड, एम्बुलेंस आदि मुहैया करवा रहे थे। इसी वजह से एक साजिश कर उन्हें जेल के सलाखों के पीछे डाला गया और एक ऐसे मामले में जेल भेजा गया, जो कोई मामला वास्तव में है ही नहीं। 


दानवीर ने कहा कि पप्पू यादव को अलोकतांत्रिक तरीके से जेल भेजा गया है। जिसकी निंदा पूरे देश में हुई। आज सबों को उनकी रिहाई का इंतजार है। ऐसे में जाप के युवा साथियों के साथ प्रदेश के तमाम युवाओं से हम आग्रह करेंगे कि वे अपने सेवक क्रांति नायक पप्पू यादव की रिहाई के लिए बड़ी संख्या में ' करो -मरो, जेल भरो' आन्दोलन में शामिल हों और इस आंदोलन को सफल बनाए।