पटना: पप्पू यादव फिर पहुंचे एम्स, मरीज और उनके परिजनों का हालचाल जाना

पटना: पप्पू यादव फिर पहुंचे एम्स, मरीज और उनके परिजनों का हालचाल जाना

PATNA: बिहार में कोरोना से बिगड़ते हालात के बीच जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव लगातार अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं। पप्पू यादव आज फिर पटना एम्स पहुंचे जहां मरीज और उनके परिजनों का हालचाल जाना। मरौरा की डिप्टी चेयरमेन राखी कुमारी की इलाज के दौरान हुई मौत के बाद पप्पू यादव आज उनके परिजनों से मिले। एम्स पहुंचे पप्पू यादव ने अस्पताल परिसर में मौजूद परिजनों की समस्याएं सुनी और अस्पताल अधीक्षक से बात कर उनकी समस्याओं का समाधान किए जाने की बात कही। 



पप्पू यादव कल शुक्रवार को सारण जिले के अमनौर के पास एक कैंपस में छापा मारा था। ये कैंपस छपरा के सांसद राजीव प्रताप रूड़ी का कार्यालय बताया जाता है। हालांकि उस कैंपस का मालिक कोई औऱ है। इस कैंपस में राजीव प्रताप रूड़ी के कई होर्डिंग-बैनर के साथ साथ प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र का भी बोर्ड लगा है। इसी परिसर में कवर से ढ़क कर तीस से ज्यादा एंबुलेंस रखे गये थे। पप्पू यादव ने कैंपस में छापा मारा औऱ कैमरे के सामने दिखाया कि किस तरह एंबुलेंस को स्टोर कर सांसद के कैंपस में रखा गया था।


2019 में ही खरीदे गये थे एंबुलेंस
राजीव प्रताप रूड़ी के फंड से ये एंबुलेंस 2019 में ही खरीदे गये थे. ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि जिन एंबुलेंस को पप्पू यादव ने पकडा उस पर ही लिखा है MPLADS-2019. अमौर के पास रखे गये उन एंबुलेंस पर सांसद पंचायत एंबुलेंस सेवा लिखा हुआ है. सभी पर राजीव प्रताप रूडी के साथ साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औऱ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर लगायी गयी है. एंबुलेंस पर एक टॉल फ्री नंबर भी दिया गया है-18003456222. ये नंबर सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के कार्यालय का है. कैमरे के सामने सारे एंबुलेंस को बेनकाब करने के बाद पप्पू यादव ने कहा कि यही बीजेपी की हकीकत है।


दरअसल पूरे बिहार में एंबुलेंस के लिए हाहाकार मचा है. एंबुलेंस संचालक लोगों को लूट रहे हैं. बिहार सरकार बार-बार ये कह रही है कि एंबुलेंस संचालकों की मनमानी पर रोक लगायी जायेगी. सरकार ने एंबुलेंस के लिए भाड़ा भी तय किया है. लेकिन उसे मानने को कोई तैयार नहीं है. 



फर्स्ट बिहार की खबर के बाद सांसद के कैंप में खलबली मच गयी. आनन फानन में सांसद राजीव प्रताप रूड़ी का बयान हमें भेजा गया. हम उसे आपके सामने रख रहे हैं“पप्पू यादव अपनी राजनीति में मधेपुरा चले आये. उन्हें नहीं पता है कि सारण जिले के 80 एंबुलेंस में लगभग 56 एंबुलेंस कार्यरत हैं औऱ जनता की सेवा में लगे हुए हैं. दुर्भाग्य है कि इस समय ड्राइवर के अभाव में सभी एंबुलेंस नहीं चल पा रहे हैं. पप्पू यादव आप सभी एंबुलेंस ले जाइये लेकिन सारण की जनता को ये कसम देकर जाइये कि सारण में बची हुई सभी एंबुलेंस पर आप ड्राइवर देंगे औऱ उसे संचालित करेंगे. राजनीति करना है तो मधेपुरा में करिये, सारण की जनता इससे प्रभावित नहीं होने वाली है.”  



भीषण आपदा के समय भी अपने दफ्तर के कैंपस में दो दर्जन से ज्यादा एबुलेंस छिपा कर रखने वाले बीजेपी के सांसद राजीव प्रताप रूडी का अमानवीय खेल उजागर हो गया तो उन्होंने पप्पू यादव को चुनौती दी थी. इसके बाद पप्पू य़ादव ने उन्हें ललकारा है. पप्पू ने कहा है कि उन्हें रूडी की चुनौती स्वीकार है, वे बतायें कि कहां आदमी भेजना है. पप्पू यादव ने ट्वीट कर कहा कि “माननीय रूडी जी, सम्मान के साथ चुनौती स्वीकार है. आपको ड्राइवर नहीं हो रहा है तो सारण, पटना जहां चलाना चाहते हैं, सभी एम्बुलेंस उपलब्ध कराएं. मैं 70 ड्राइवर देता हूं. कोरोना मरीज को मुफ्त सेवा दी जाएगी. घटिया राजनीति नहीं करता सेवा और जिंदगी बचाने को लड़ रहा हूं.”


देर रात फर्स्ट बिहार से बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि राजीव प्रताप रूडी से उनकी कोई निजी दुश्मनी नहीं है. लेकिन अगर कोई महामारी के इस भीषण दौर में एंबुलेंस को छिपा कर रखेगा तो वह इंसानियत का सबसे बड़ा दुश्मन है. ऐसे इंसानियत के दुश्मनों को जवाब देने के लिए वे हमेशा तैयार हैं. राजीव प्रताप रूडी बेनकाब हो चुके हैं औऱ उन्हें किसी मसले पर बहस करना है या मदद लेना है तो खुल कर मैदान में आयें.