NEW DELHI: UNHRC में भारत की कूटनीतिक जीत हुई है, वहीं अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान एक बार फिर से बेइज्जत हुआ है. कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघन के नाम पर यूएनएचआरसी में प्रस्ताव लाने की कोशिश में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी है. UNHRC में कश्मीर पर प्रस्ताव पेश करने का गुरुवार को आखिरी दिन था, लेकिन पाकिस्तान समर्थन हासिल करने में असफल रहा.
सूत्रों के मुताबिक ज्यादातर सदस्यों ने कश्मीर पर प्रस्ताव रखने के लिए पाकिस्तान का समर्थन करने से इनकार कर दिया. प्रस्ताव पेश करने के लिए कम से कम 16 देशों के समर्थन की जरूरत थी. दुनिया के अलग-अलग देशों के सामने जाकर कश्मीर का रोना रोने वाला पाकिस्तान समर्थन जुटाने में नाकाम रहा. वहीं भारत के लिहाज से यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी कूटनीतिक जीत है. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने को भारत पहले ही आंतरिक मामला बता चुका है.
वहीं इस मुद्दे पर इमरान खान की भी पोल खुल गई है. दरअसल पिछले हफ्ते पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया था कि कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को अन्य देशों का काफी सहयोग मिल रहा है. उन्होंने कहा था कि 'कश्मीरियों को उनका हक दिलाने के लिए और उनके अधिकारों के समर्थन में 58 देशों का सहयोग मिला है.' वहीं 12 सितंबर को UNHRC में भारत ने पाकिस्तान के झूठ की पोल खोल दी थी.