SAMASTIPUR: लोक जनशक्ति पार्टी में टूट के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र समस्तीपुर पहुंचे प्रिंस राज ने अपने चेचेरे भाई चिराग पासवान को नसीहत दी है। अब तक चाचा पशुपति पारस चिराग को नसीहत देते थे लेकिन अब उनके छोटे भाई प्रिंस राज ने भी नसीहत दे डाली है। उन्होंने कहा कि चिराग को खुद मंथन करनी चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ और जब वो मंथन करेंगे तो उन्हें खुद जवाब मिल जाएगा कि ऐसा हुआ क्यों?
समस्तीपुर सांसद प्रिंस राज ने कहा कि चिराग पासवान को बिना किसी सलाहकार के खुद मंथन करना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ? उन्हें खुद जवाब मिल जाएगा। पिछले विधानसभा चुनाव में जेडीयू से अलग होकर चुनाव लड़ने का फैसला चिराग पासवान का ही था। उनका यह फैसला दल के लोगों को उचित नहीं लगा। उस समय किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि यह आखिर हो क्या रहा है। हम किसके साथ और किसके खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
दरअसल कुछ महीने पहले पशुपति पारस ने एलजेपी के 5 सांसदों को साथ लेकर पार्टी पर अपना अधिकार जता दिया था। जिसके बाद वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गये थे। हाल ही में उन्हें मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाया गया है। जिसके बाद चिराग के छोटे भाई प्रिंस राज को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया।
एलजेपी की टूट के बाद प्रिंस पहली बार समस्तीपुर आए जहां मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में चाहे आज अलगाव हुआ है लेकिन रिश्ते के तौर पर चिराग पासवान आज भी मेरे बड़े भाई हैं आज भी उनके लिए वही सम्मान है। प्रिंसराज ने कहा कि एलजेपी में कोई टूट नहीं हुआ है। सिर्फ नेतृत्व में परिवर्तन हुआ है। प्रिंस राज अपने एक दिवसीय दौरे पर काफी दिनों बाद समस्तीपुर पहुंचे थे। इस मौके पर एलजेपी पारस खेमे के कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।