PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बिहार के विकास का दावा करते नहीं थकते हैं हालांकि विपक्षी दल बीजेपी लगातार सरकार के इस दावे को खारिज करती रही है। अब बिहार में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के एक मात्र विधायक और प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल इमान से महागठबंधन की सरकार पर सीमांचल की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नालंदा में ग्लास ब्रिज का निर्माण करा रहे हैं लेकिन सीमांचल की जनता भूख से मर रही है और पलायन उनकी नियती बन गई है। सीमांचल की जनता जब अपने पर आ गई तो नीतीश-तेजस्वी की सरकार को उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। अख्तरुल इमान ने कहा कि भले ही वे सदन में अकेले हों लेकिन बिहार की करोड़ों जनता उनके साथ है।
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अखतरूल इमान ने कहा है कि नीतीश कुमार न्याय के साथ विकास का अपना दावा साबित करें और तेजस्वी यादव सीमांचल विकास आयोग के गठन का अपना वादा पूरा करें। उन्होंने कहा कि बिहार अगर पिछड़ा है तो उसे विशेष राज्य का दर्जा जरूर मिलना चाहिए, मुख्यमंत्री इसके लिए लगातार आवाज भी उठाते रहे हैं लेकिन जब सीमांचल का इलाका पिछड़ा हुआ है तो उसके विकास की जिम्मेवारी बिहार सरकार की है। नीतीश कुमार ने इंसाफ के साथ तरक्की का वादा किया था। नालंदा में तो सरकार ग्लास ब्रिज बना रही है लेकिन क्या कारण है कि सीमांचल में नदी पार करने के लिए पुल नहीं बनाया जा रहा है। सड़क और पुल नहीं होने से वहां के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है लेकिन सरकार का इसपर कोई ध्यान नहीं जा रहा है।
अखतरूल इमान ने कहा कि सीमांचल के लोगों के साथ जितनी नाइंसाफी की गई है वह कहीं नहीं हुई है। सिर्फ विकास का दावा करने से विकास नहीं हो जाता है। आजादी के बाद सीमांचल का इलाका काफी खुशधहाल था और वहां के लोग कभी दूसरे राज्यों में पलायन नहीं करते थे लेकन आज सीमांचल का बच्चा बच्चा मजदूरी करने के लिए बाहर जाता है। इंसाफ की बात कहने वाली नीतीश सरकार ने सीमांचल के साथ जुल्म किया है। हमारे वोट से नीतीश-तेजस्वी ने सरकार बनाई है और टैक्स के पैसों से ऐश कर रहे हैं। गंगा पर कई पुल बन रहे हैं लेकिन सीमांचल के पैसों को लूटकर शहरों को सजाने का काम सरकार रही है और सीमांचल के लोग भूख से मर रहे हैं। आने वाले समय में सीमांचल के लोग नीतीश-तेजस्वी को अच्छी तरह से जवाब देंगे।