NSIT में इंजीनियरिंग के नये सत्र की शुरूआत, छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा देने का लिया गया संकल्प

NSIT में इंजीनियरिंग के नये सत्र की शुरूआत, छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा देने का लिया गया संकल्प

PATNA: बिहार के सबसे प्रमुख तकनीकी संस्थानों में शामिल नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NSIT) में आज छात्रों के नये सत्र की शुरूआत हुई. संस्थान में  बी.टेक, डिप्लोमा, बीबीए और बीसीए कोर्स के लिए 2024 में नामांकन कराने वाले छात्रों के लिए आज ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसके साथ ही छात्रों की नयी शैक्षणिक यात्रा की शुरुआत हो गयी. 


NSIT के नये छात्रों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रबंध निदेशक कृष्णा मुरारी ने कहा कि ये संस्थान छात्रों को सबसे बेहतर शिक्षा देने के लिए संकल्पित है. उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक से NSIT बिहार की सर्वश्रेष्ठ तकनीकी शिक्षण संस्थान बना हुआ है. छात्रों की शिक्षा से लेकर प्लेसमेंट तक में NSIT ने बिहार के किसी दूसरे संस्थान से बेहतर प्रदर्शन किया है. 


उन्होंने कहा कि पढ़ाई का मतलब सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं होता है. NSIT के शिक्षक और मैनेजमेंट समग्र शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. यहां तकनीकी विशेषज्ञता के साथ नैतिक मूल्यों को जोड़ा जाता है. तभी इस संस्थान के छात्र अपनी पसंद के क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करते रहे हैं. उन्होंने नये छात्रों को अपनी शुभकामनायें दी.


इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ,पटना के कार्यकारी निदेशक डॉ. नितिन कुमार पुरीने कहा कि NSIT जैसा प्रतिष्ठित संस्थान छात्रों को न केवल तकनीकी ज्ञान प्रदान करता है, बल्कि उन्हें नैतिक मूल्यों और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति भी जागरूक करता है. आज के समय में  तकनीकी शिक्षा केवल ज्ञान अर्जित करने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह नये प्रयोग और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम भी है. उन्होंने कहा कि वे नए छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए ये आशा कर रहे हैं कि छात्र अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण दिखायेंगे.


इस कार्यक्रम में MSME के डीजीएम संजय कुमार, NSIT के मुख्य संरक्षक टी.एन. सिंह, नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ अशोक शरण ने भी अपनी बातें रखीं. छात्रों के ओरिएंटेशन कार्यक्रम में उन्हें संस्खान के शैक्षणिक माहौल से परिचित कराया गया.  उन्हें शिक्षकों से  मिलाने के साथ ही पाठ्यक्रम के बारे में आवश्यक जानकारी दी गयी. इसमें तकनीकी शिक्षा, उद्यमिता कौशल और करियर विकास पर सत्र भी आयोजित किया गया.