केंद्र सरकार ने गैलेंट्री अवॉर्ड्स का किया ऐलान, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में बहादुरी दिखाने वाले सैनिकों को मिला वीर चक्र सम्मान कैमूर में आपसी विवाद में चली चाकू, 15 वर्षीय किशोर की इलाज के दौरान मौत बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की जयंती: युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक बोले..‘श्रीबाबू में थी प्रधानमंत्री बनने की क्षमता’ कटिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर: 30 साल बाद राजद से छिनी परंपरागत सीट, अब वीआईपी के खाते में Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में EC की सख्ती का असर, अबतक 71 करोड़ रुपये से अधिक कैश, शराब और ड्रग्स जब्त Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में EC की सख्ती का असर, अबतक 71 करोड़ रुपये से अधिक कैश, शराब और ड्रग्स जब्त आरा में दर्दनाक सड़क हादसा: स्कॉर्पियो और बाइक की टक्कर में दो दोस्तों की मौके पर मौत जमुई विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस की बड़ी कार्रवाई: AK-47 का मैगजीन और दो जिंदा कारतूस बरामद Rakhi Sawant Trolled: दिवाली की रात मां की कब्र पर शैंपेन की बोतल लेकर पहुंची ड्रामा क्वीन राखी सावंत, वीडियो देखकर भड़के यूजर्स Rakhi Sawant Trolled: दिवाली की रात मां की कब्र पर शैंपेन की बोतल लेकर पहुंची ड्रामा क्वीन राखी सावंत, वीडियो देखकर भड़के यूजर्स
1st Bihar Published by: Updated Mon, 05 Sep 2022 03:17:16 PM IST
- फ़ोटो
BUXAR : बक्सर में एक मुखिया की दबंगई का मामला सामने आया है। मामला चौसा प्रखंड के डेहरी पंचायत का है। यहां एक शख्स द्वारा नॉमिनेशन से संबंधित जानकारी मांगना मुखिया को नागवार गुजरा और उसने आरटीआई कार्यकर्ता को फोन कर गंदी गंदी गालियां दी और लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा है। पीड़ित आरटीआई कार्यकर्ता मुखिया के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए दो महीने से दर दर भटक रहा है लेकिन पुलिस ने मुखिया के खिलाफ केस दर्ज करने से इनकार कर दिया है।
दरअसल, राजपुर थाना क्षेत्र के डिहरी निवासी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल कुमार चौबे ने सूचना के अधिकारी के तहत चौसा प्रखंड के 9 पंचायतों के मुखिया के नॉमिनेशन की जानकारी मांगी है। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल कुमार चौबे द्वारा सूचना मांगे जाने से नाराज उनके ही डेहरी पंचायत के मुखिया को नागवार गुजरी। मुखिया ने अनिल कुमार चौबे फोन कर पहले तो अपनी मीठी-मीठी बातों में फंसाने की कोशिश की लेकिन जब बात नहीं बनी तो वह गाली गलौज पर उतर गया। इतना ही नहीं मुखिया द्वारा आरटीआई कार्यकर्ता को अंजाम भुगतने की धमकी दी जा रही है।
आरटीआई कार्यकर्ता जब अपनी फरियाद लेकर राजपुर थाना पहुंचे तो वहां उनकी बात नहीं सुनी गई। पुलिस ने मुखिया के खिलाफ केस दर्ज करने से सीधे तौर पर इनकार कर दिया। थाने से न्याय नहीं मिलने पर पीड़िता आरटीआई कार्यकर्ता अनिल कुमार चौबे एसपी से लेकर डीजीपी और गृह सचिव से FIR दर्ज करने की गुहार लगा चुके हैं लेकिन दो महीना बीत जाने के बाद भी केस दर्ज नहीं हो सका है।