PATNA : नियोजित शिक्षकों से किया गया वादा सरकार अब पूरा करने की तरफ आगे बढ़ रही है। सेवाशर्त के आधार पर बिहार के साढे तीन लाख से ज्यादा नियोजित शिक्षकों को अब तबादले का लाभ मिलने वाला है। सरकार ने इसके लिए वक्त तय कर लिया है। राज्य के 3 लाख 57 हजार नियोजित शिक्षकों के साथ-साथ पुस्तकालयध्यक्षों का तबादला जून महीने में होगा।
सरकारी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो इसलिए सरकार ने यह फैसला किया है कि गर्मी छुट्टी के दौरान जून महीने में नियोजित शिक्षकों की सेवाशर्त नियमावली के आधार पर तबादला किया जाएगा। तबादले के लिए नियोजित शिक्षकों से मई महीने में आवेदन ऑनलाइन तरीके से लिया जाएगा। नियोजन इकाई में इसकी जांच कराई जाएगी और फिर उसके बाद जून में ट्रांसफर किया जाएगा। पारदर्शी तरीके से तबादले के लिए सेवाशर्त नियमावली के आधार पर तबादला का प्रारूप शिक्षा विभाग में तैयार कर लिया है। पारदर्शिता बनी रहे इसके लिए सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन दिया जाएगा। सॉफ्टवेयर तैयार कर ली गई है। शिक्षिकाओं और दिव्यांग शिक्षकों को दूसरे जिले में ऐच्छिक तबादला का लाभ मिलेगा लेकिन पुरुष शिक्षकों को रिक्ति के आधार पर ही आपसी सहमति से अंतर जिला तबादला मिल पाएगा।
नियोजित शिक्षकों के तबादले के लिए बनी कमेटी की अध्यक्षता करने वाले माध्यमिक शिक्षा निदेशक गिरिवर दयाल सिंह ने सभी बिंदुओं पर विमर्श कर रणनीति तैयार कर ली है। शिक्षकों को तबादले का लाभ एक बार ही मिल सकेगा। ऑनलाइन आवेदन के सत्यापन के बाद नियोजन इकाई से जांच कराई जाएगी। पंचायत सचिव के माध्यम से यह कार्य पूरा होगा फिर आवेदन बीडीओ के माध्यम से डीईओ कार्यालय पहुंचेगा। क्लास 1 से 8 तक के शिक्षकों के तबादले संबंधी आवेदन प्राथमिक शिक्षा निदेशालय और 9 से लेकर 12 क्लास तक के शिक्षकों के तबादले का आवेदन माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को भेजे जाएंगे। शिक्षा विभाग की तैयारी देखने के बाद यह कहा जा सकता है कि 2 महीने के इंतजार के बाद नियोजित शिक्षक के तबादले की प्रक्रिया की तरफ आगे बढ़ पाएंगे।