नीतीश राज में BJP नेता सुरक्षित नहीं, शाहनवाज हुसैन का बड़ा बयान, प्रवक्ता अफजल शम्सी को गोली लगने के बाद हुई आगबबूला बीजेपी

नीतीश राज में BJP नेता सुरक्षित नहीं, शाहनवाज हुसैन का बड़ा बयान, प्रवक्ता अफजल शम्सी को गोली लगने के बाद हुई आगबबूला बीजेपी

PATNA :  बिहार में इन दिनों अपराधियों का तांडव जारी है. मुंगेर जिले में बदमाशों ने दिनदहाड़े भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अफजल शम्सी को गोली मार दी. इस बड़ी घटना के बाद पार्टी में खलबली मची है. पार्टी के तमाम बड़े पदाधिकारियों का बयान सामने आ रहे हैं. राष्ट्रीय प्रवक्ता और बीजेपी के एमएलसी शाहनवाज हुसैन ने भी इस घटना और राज्य में लॉ एंड आर्डर की स्थिति हैरानी जताई है.


बिहार में अपराधियों के तांडव को लेकर बीजेपी नेता हमलावर हो गए हैं. प्रदेश प्रवक्ता अफजल शम्सी को गोली लगने के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि उन्होंने खुद मुख्यमंत्री से इस मामले में बातचीत की है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में बिगड़ी हुई लॉ एंड आर्डर की व्यवस्था पर चिंतित हैं. उन्होंने आगे कहा कि जल्द ही इस मामले को सुलझा लिया जायेगा.


उधर दूसरी ओर बीजेपी के एमएलसी शाहनवाज हुसैन ने कानून व्यवस्था को लेकर हैरानी जताई. खबर लिखे जाने तक बीजेपी के तमाम बड़े चेहरों में शाहनवाज हुसैन ही एकमात्र ऐसे नेता हैं, जिन्होंने सोशल मीडिया में ट्वीट कर इस घटना को लेकर सवाल खड़े किये हैं. शाहनवाज ने ट्विटर पर लिखा है कि "बिहार BJP प्रवक्ता प्रो. अज़फ़र शम्सी जी को गोली मारने की घटना से हतप्रभ हूं। तत्काल मुंगेर एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो जी से बात की और हाल जाना। मुंगेर एसपी के मुताबिक प्रो. शम्सी जी के बयान पर एक की गिरफ्तारी हुई है और आगे इलाज के लिए उन्हें पटना भेजा गया है । वो जल्द स्वस्थ हों।"


उधर, दूसरी ओर भाजपा नेता और नीतीश सरकार में मंत्री रामप्रीत पासवान ने कहा कि "किसी राजनीतिक साजिश के तहत गोली मार देना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसे लोगों को समझना चाहिए कि किसी से झगड़ा झंझट हो तो समाज है, न्यायालय है, जिसका कानून निराकरण करेगी."


वहीं दूसरी ओर भाजपा प्रवक्ता डॉ राम सागर सिंह ने कहा है कि "भाजपा नेता को निशाना बनाया जाना बेहद दुखद है. बिहार में विधि व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है लेकिन सरकार और पुलिस प्रशासन अपराधियों पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है. इस मामले में जो कोई भी दोषियों में उनके खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी, किसी को बख्शा नहीं जाएगा."



मिली जानकारी अनुसार इन दिनों आईटीसी लेबर यूनियन के पद को लेकर कई लोगों से उनका वाद-विवाद चल रहा था. इस संबंध में पहले मारपीट की घटना भी हो चुकी है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि इसी विवाद में उन्हें गोली मारी गयी है. 


मुंगेर के एसपी मानव जीत सिंह ढिल्लों ने इस मामले में जानकारी दी कि "अजफर शम्सी का विवाद कॉलेज के एक्टिव प्रिंसिपल ललन सिंह के साथ 2 दिन पूर्व भी हुआ था. जिसमें प्रिंसिपल ने शम्सी को जान से मारने की धमकी भी दी थी. आज उन पर जानलेवा हमला हुआ है. हमले के बारे में बताया जा रहा है कि तीन-चार अज्ञात युवक टेंपो से आए और उन्हें गोली मारकर फरार हो गए. इस मामले में कॉलेज के प्रिंसिपल को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया है."



घटना के संबंध में अफजल शम्सी के ड्राइवर मोहम्मद मुन्ना ने बताया कि रोज की तरह ही बुधवार को भी सुबह के करीब 11 बजे वो उन्हें लेकर जमालपुर कॉलेज पहुंचा. कॉलेज गेट पर पहुंचने के बाद उन्होंने वहां विद्यार्थियों की काफी भीड़ देखी. ऐसे में वे गेट के पास ही कार से उतर गए. वहीं, ड्राइवर को गाड़ी मोड़ने के लिए कहा. ड्राइवर की मानें तो इसी दौरान अचानक दो गोली चलने की आवाज आई और वहां भगदड़ मच गया. लोग इधर-उधर भागने लगे. इसी दौरान उसने देखा कि शम्सी जमीन पर गिरे पड़े हैं. ऐसे में कॉलेज के शिक्षकों आदि की सहायता से उन्हें उनकी ही कार से सदर अस्पताल लाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया.