SHEKHPURA: लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आने के साथ ही बिहार में सियासी सरगर्मी बढ़ने लगी है और सभी राजनीतिक दल अपने-अपने हिसाब से तैयारियों में जुट गए हैं। इसी बीच वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने बड़ा एलान कर दिया है। सहनी ने कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में अगर नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनते हैं तो वे और उनकी पार्टी पूरी मजबूती के साथ उनका साथ देंगे। उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक तय हो जाएगा कि उनकी पार्टी किसके साथ गठबंधन करेगी।
दरअसल, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी शनिवार को एक श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने के लिए शेखपुरा पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सहनी ने कहा कि कल तक जो समाज सोया हुआ था आज वह जग चुका है और अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहा है। आने वाले समय में जो पार्टी उनके समाज का दुख दर्द समझेगी, वीआईपी उनके साथ खड़ी होगी। मुकेश सहनी ने कहा कि जिनको देश का प्रधानमंत्री बनना है उन्हें हमारे पीछे आना होगा, हमें किसी के पीछे जाने की जरुरत नहीं है। सहनी ने कहा कि वे अपने समाज के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ते रहेंगे। कल तक जिस समाज को बिहार के लोग नहीं जानते थे आज उस निषाद समाज को पूरे देश के लोग जान चुके हैं।
सहनी ने कहा कि सभी दल अच्छी तरह से जान रहे हैं कि निषाद समाज एक बड़ा वोट बैंक है और उसी वोट बैंक के दम पर मुख्यमंत्री हो या प्रधानमंत्री तय होते हैं। आज के समय में निषाद समाज को कोई भी दल अनदेखी नहीं कर सकता है। हमारी लड़ाई है कि जब देश के अन्य राज्यों में निषाद और उसकी सभी उपजातियों को आरक्षण मिल रहा है तो बिहार और उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं मिल रहा है।सहनी ने कहा कि बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में पूरा निषाद समाज वीआईपी के साथ मजबूती से खड़ा है। हमारी पार्टी की रणनीति है कि जो हमारी सुनेगा, हम उसकी सुनेंगे। उन्होंने कहा कि वीआईपी का किसके साथ गठबंधन होगा इसका फैसला साल के अंत तक कर लिया जाएगा।
इस दौरान उन्होंने विपक्ष को एकजुट करने में लगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सराहना की और कहा कि अगर बिहार का कोई व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री बनने की कोशिश कर रहा है तो इसमें कोई गलत बात नहीं है। सभी को कोशिश करते रहना चाहिए, वे अपनी कोशिश में कितना सफल हो पाते हैं यह आने वाला वक्त बताएगा। अगर नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने की कोशिश करते हैं तो एक बिहारी होने के नाते हम चाहेंगे कि उनकी मदद करें और उनके साथ खड़े हों लेकिन पहले वे अपनी तैयारी कर लें कि उन्हें क्या करना है और वीआईपी भी आने वाले समय में अपनी रणनीति स्पष्ट कर देगी।