PATNA: बिहार में 7वें चरण की शिक्षक नियुक्ति को लेकर ट्वीटर पर घोषणा करने के साथ साथ मीडिया में बयान दे रहे सूबे के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की पोल आज खुद नीतीश कुमार ने खोल दी। विधानसभा में नीतीश कुमार ने कहा-शिक्षा मंत्री ने अखबार में छपवा दिया कि शिक्षक नियुक्ति की नियमावली बनाने का प्रस्ताव हमने भेज दिया। मैं पता लगाते रह गया लेकिन कैबिनेट में कोई प्रस्ताव आया ही नहीं था। अखबार में ये भी छपा कि शिक्षा मंत्री चाहते थे कि शिक्षक नियुक्ति का प्रस्ताव कैबिनेट से पास हो लेकिन सरकार ने पास नहीं किया। जबकि ऐसा कोई प्रस्ताव सरकार के पास आया ही नहीं है।
बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री ने फरवरी महीने में दो दफे शिक्षक नियुक्ति की नियमावली की घोषणा ट्वीटर पर कर दी. पिछले 3 फरवरी को उन्होंने ट्वीट किया- “जल्द सातवां चरण की नियुक्ति होने जा रही है. वर्ष 2023 नियुक्ति का वर्ष होने वाला है. कोई अभ्यर्थी घबराएँ नहीं, महीना भर के अंदर में नियोजन नियमावली आपके बीच आ जाएगा. सारी मेधा सूची योग्यता और शिक्षक पात्रता परीक्षा के आधार पर बनेगी और जिला प्रशासन के नेतृत्व में बहाली होगी. पहले 9000 इकाई थी, अब ये 38 इकाई में नियुक्ति पत्र का बंटवारा होगा. किसी गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी.”
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने 23 फरवरी को ट्वीट किया-“सांतवे चरण की शिक्षक नियोजन नियमावली पर मैंने हस्ताक्षर कर दिया है. अब ये कैबिनेट में जायेगा. 2023 में शिक्षा विभाग में 3 लाख से ज्यादा नौकरी मिलेगा. महागठबंधन सरकार ने 10 लाख नौकरी का जो वादा किया है, हम उस पर कायम हैं. और उसे पूरा करके दिखायेंगे.”
नीतीश ने खोली मंत्री की पोल
बुधवार को बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने बडबोले मंत्री चंद्रशेखर के झूठ का पर्दाफाश कर दिया. सदन में बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा-“ एक दिन अखबार में देख रहे हैं कि शिक्षा मंत्री ने प्रस्ताव भेजा है. हमको पता ही नहीं था. कैबिनेट में अभी तक आया ही नहीं था. लेकिन अखबार में छप गया कि शिक्षा मंत्री ने कह दिया कि भेजे हैं. अखबार में जब आया तो हमने पूछवाया था कि भाई कहां से आ गया. अखबार में ये भी छपने लगा कि ये चाहते थे और हुआ ही नहीं. जबकि कैबिनेट में आया ही नहीं था.”
संवैधानिक प्रावधानों का भी मंत्री ने उल्लंघन किया
नीतीश ने सदन में अपने शिक्षा मंत्री को कहा-एक चीज बता रहे हैं खराब मत मानियेगा. आपका आ गया था कि कोई चीज भेजे हैं. कैबिनेट में कोई चीज भेजा जाता है डिपार्टमेंट की ओऱ से तो उसके बारे में बाहर नहीं कहा जाता है. संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय स्तर पर यही प्रोविजन है. कैबिनेट में जब कुछ हो जाता है तो उसकी घोषणा होती है.”
सांतवे चरण की शिक्षक नियुक्ति को लेकर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने सिर्फ ट्वीट किया था बल्कि मीडिया के सामने कई दफे बयान भी दिया था. नीतीश कुमार की बात से ये साफ हो गया कि ऐसा कोई प्रस्ताव कैबिनेट में पहुंचा ही नहीं है. 3 फरवरी को शिक्षा मंत्री ने कहा था कि एक महीने में शिक्षक नियुक्ति की नियमावली लोगों के बीच आ जायेगी. लेकिन अबी तक कैबिनेट में प्रस्ताव ही नहीं पहुंचा।
नीतीश ने पैसा का भी रोना रोया
विधानसभा में आज नीतीश कुमार ने शिक्षक नियुक्ति को लेकर पैसे का भी रोना रोया. नीतीश कुमार ने कहा कि इतना बहाली कर रहे हैं तो पैसा भी रहना चाहिये. वैसे सरकार अभी और शिक्षकों की बहाली करेगी. नीतीश बोले-हम लोग लगे हुए हैं कि ज्यादा से ज्यादा शिक्षक की बहाली हो. पैसा भी बढायेंगे. इसके लिए हम लोगों ने कह दिया है कि डिपार्टमेंट को. डिपार्टमेंट को कह दिया है कि योजना बना कर लायें।