नीतीश ने लोकनायक के सिद्धांतों को तिलांजली दी, बोले विजय सिन्हा.. उन्हें खुद को जेपी का शिष्य कहने का अधिकार नहीं

नीतीश ने लोकनायक के सिद्धांतों को तिलांजली दी, बोले विजय सिन्हा.. उन्हें खुद को जेपी का शिष्य कहने का अधिकार नहीं

PATNA : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 11 अक्टूबर को एक दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर सारण के सिताब दियारा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे हालांकि उनके दौरे से पहले ही बिहार में जेपी को लेकर सियासत गरमा गई है। बीजेपी और जेडीयू के बीच जेपी का सबसे बड़ा हिमायती बताने की होड़ मच गई है। अमित शाह के दौरे से ठीक पहले सरकार ने जेपी की पुण्यतिथि को राजकीय समारोह के रूप में मनाने की घोषणा कर दी। पहले सिर्फ जेपी की जयंती के मौके पर राजकीय समारोह आयोजित किया जाता था। इसको लेकर बीजेपी ने सीएम नीतीश पर बड़ा हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि नीतीश लोकनायक के सिद्धांतों को तिलांजली देकर भ्रष्टाचारियों की गोद में जा बैठे हैं, उन्हें खुद को जेपी का शिष्य कहने का नैतिक अधिकार नहीं हैं।


नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा है कि जेपी ने जिस भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तानाशाह के खिलाफ संपूर्ण क्रांति का नारा दिया था लेकिन आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उसके खिलाफ भ्रष्टाचारियों की गोद में बैठकर सरकार चला रहे हैं। नीतीश कुमार का अब कोई नैतिक अधिकार नहीं बनता है कि वे खुद को जेपी का शिष्य कहें। नीतीश कुमार कांग्रेसियों और भ्रष्टाचारियों के साथ मिलकर बिहार में धोखा और भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। 


उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जेपी के नाम पर राजनीत करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आज जब देश के गृहमंत्री जेपी की जयंती पर बिहार आ रहे हैं तो नीतीश कुमार जेपी की पुण्यतिथी पर राजकीय समारोह की घोषणा करते हैं। आज जब बीजेपी बापू और जेपी के सिद्धांतों को जमीन पर उतारने का काम कर रही है तो ये उसपर राजनीत कर रहे हैं। जेपी ने जिसके विरुद्ध संपूर्ण क्रांति का आंदोलन चलाया नीतीश कुमार आज उसी के साथ सरकार में हैं। नीतीश कुमार जेपी के सिद्धांतों को तिलांजली दे चुके हैं, उनका जेपी से कोई लेना देना नहीं है।