नीतीश मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार, जानिए किस मंत्री ने कैसे ली शपथ

नीतीश मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार, जानिए किस मंत्री ने कैसे ली शपथ

PATNA : आखिरकार 84 दिनों के लंबे इंतजार के बाद आज नीतीश कैबिनेट का विस्तार हुआ। राजभवन के मंडपम में शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राष्ट्रगान के साथ शुरू हुए शपथ ग्रहण समारोह में BJP के 9 और JDU की तरफ से 8 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल फागू चौहान और मुख्यमंत्री नीतीश की उपस्थिति में दोनों पार्टियों के कुल 17 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलायी गई।   


सबसे पहले BJP कोटे से शाहनबाज हुसैन ने ऊर्दू में मंत्री पद की शपथ ली। शाहनबाज हुसैन BJP का मुस्लिम चेहरा है हाल ही उन्हें BJP की तरफ से विधान परिषद भेजा गया। सीमांचल और कोसी क्षेत्र में शाहनबाज हुसैन की अच्छी पकड़ है। शाहनबाज हुसैन के बाद दूसरे नंबर पर नालंदा से JDU विधायक श्रवण कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली। पिछली सरकार में वे  बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री रह चुके है। सातवीं बार उन्होंने विधानसभा चुनावी जीती है। श्रवण कुमार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते है।


तीसरे नंबर पर दरभंगा के बहादुरगंज के विधायक मदन सहनी ने मंत्री पद की शपथ ली। 53 वर्षीय मदन सहनी बिहार के खाद्य आपूर्ति मंत्री भी रह चुके हैं। मदन सहनी के बाद मोतिहारी से बीजेपी विधायक 58 वर्षीय प्रमोद कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली। प्रमोद कुमार 2005 से लगातार विधायक हैं। वे बिहार में पर्यटन और कला संस्कृति मंत्री भी रह चुके है।


पांचवें नंबर पर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय कुमार झा ने मैथिली में मंत्री पद की शपथ ली। संजय झा पिछली सरकार में जल संसाधन मंत्री रह चुके है। संजय झा सीएम नीतीश के काफी करीबी माने जाते हैं और सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते है। संजय झा के बाद धमदाहा की जेडीयू विधायक लेसी सिंह ने मंत्रीपद की शपथ ली। 2000 में पहली बार विधायक चुनकर आई लेसी सिंह पांच बार विधानसभा चुनाव जीत चुकी है।


सातवें नंबर पर बीजेपी के एमएलसी सम्राट चौधरी ने मंत्रीपद की शपथ ग्रहण की। सम्राट चौधरी बीजेपी के उपाध्यक्ष रह चुके हैं । शकुनी चौधरी के बेटे सम्राट चौधरी 1999 में बिहार के कृषि मंत्री भी रह चुके हैं। सम्राट चौधरी के बाद नीरज कुमार बबलू ने मंत्री पद की शपथ ली। दिवंगत सुशांत सिंह के रिश्तेदार नीरज कुमार बबलू छातापुर के बीजेपी विधायक हैं। दो बार बीजेपी से और तीन बार जदयू से भी चुनाव जीत चुके हैं । 


नौवे नंबर पर गोपालगंज से बीजेपी विधायक सुबाष सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। सुबाष सिंह को पहली बार कैबिनेट मंत्री का जिम्मा सौंपा गया है। पांच बार चुनाव जीत चुके सुबाष सिंह  सीएम नीतीश के बेहद करीबी माने जाते हैं। अपने क्षेत्र में सुबाष सिंह की पकड़ काफी मजबूत है और यही वजह है कि लगातार उन्होंने जीत हासिल की। सुबाष सिंह के बाद बांकीपुर से बीजेपी विधायक नितिन नवीन ने मंत्रीपद की शपथ ली। नितिन नवीन बांकीपुर विधानसभा से लगातार जीत हासिल करते आ रहे हैं। अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा को हराकर वे एक बार फिर से बांकीपुर के विधायक बनें।


नितिन नवीन के बाद चकाई के निर्दलीय विधायक सुमीत सिंह ने मंत्रीपद की शपथ ग्रहण की। पूर्व मंत्री नरेन्द्र सिंह के बेटे सुमीत सिंह ने जदयू को समर्थन दिया। जेएमएम से वे 2010 में चुनाव जीते थे। गोपालगंज के भोरे से जदयू विधायक सुनील कुमार ने भी आज मंत्रीपद की शपथ ली। उनके बड़े भाई अनिल कुमार भी विधायक रह चुके हैं। सुनील कुमार आईपीएस अधिकारी भी रह चुके हैं। सुनील कुमार के बाद बेतिया के नौतन से बीजेपी विधायक नारायण प्रसाद ने मंत्रीपद की शपथ ली। 62 वर्षीय नारायण प्रसाद मैट्रिक पास हैं। नारायण प्रसाद  अपने क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहते हैं।  2015 के चुनाव में उन्हें जीत मिली थी।


मंत्रिमंडल में सबसे युवा चेहरा जयंत राज जिन्होंने आज मंत्री पद की शपथ ली। साफ सुथरे छवि के युवा नेता जयंत राज कुशवाहा समाज से आते हैं। 33 वर्षीय जयंत राज अमरपुर के जेडीयू विधायक हैं। जिसके बाद सहरसा से बीजेपी विधायक आलोक रंजन झा ने भी मंत्रीपद की शपथ ली। आलोक रंजन झा पहली बार कैबिनेट में शामिल हुए। 45 वर्षीय आलोक रंजन झा ने लवली आनंद को हराया था। कोसी क्षेत्र में वे अच्छी पकड़ रखते हैं।


कैमूर के चैनपुर से बीएसपी विधायक रहे जमां खान ने भी मंत्रीपद की शपथ ली। बीएसपी विधायक जमां खान के जेडीयू में शामिल होने के बाद जेडीयू से वे एकमात्र मुस्लिम मंत्री बनाएं गए। अंत में दलित समुदाय आने वाले पूर्व सांसद जनक राम ने भी मंत्रीपद की शपथ ली। बीजेपी कोटा से इन्हें मंत्री बनाया गया है। फिलहाल वे किसी सदन के सदस्य नहीं है।