PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक और मिसाल कायम कर दी है. कोरोना से खुद को बचाने के लिए बिहार के सीएम आवास में आधुनिक सरकारी अस्पताल खुलवा लिया है. वेंलीलेटर युक्त इस अस्पताल के 6 डॉक्टर और तीन ए ग्रेड की नर्सों की तैनाती कर दी गयी है.
PMCH से भेजे जायेगें डॉक्टर और उपकरण
बिहार के मुख्यमंत्री को कोरोना से बचाने के लिए सीएम आवास में खुलने वाले आधुनिक सुविधाओं वाले अस्पताल के लिए डॉक्टर और दूसरे उपकरण पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल से भेजे जायेंगे. PMCH के अधीक्षक ने आज इस बाबत पत्र निकाला है. पत्र में कहा गया है. “अपर सचिव, स्वास्थ्य विभाग , बिहार पटना के द्वारा दूरभाष पर दिये गये निर्देश के आलोक में कोरोना वायरस से उत्पन्न संक्रमण के रोक थाम और इसके निरोधात्मक उपाय को देखते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी के आवास पर वेंटीलेटर युक्त अस्पताल का संचालन होना है. इसके लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अन्तर्गत कार्यरत चिकित्सकों औप परिचारिकाओं को माननीय मुख्यमंत्री पर तीन पालियों में प्रतिनियुक्त किया जाता है.”
PMCH के अधीक्षक ने मुख्यमंत्री आवास पर कोरोना अस्पताल के संचालन के लिए तीन पालियों में डॉक्टरों और नर्स की तैनाती की है. हर पाली में दो डॉक्टर और एक ए ग्रेड की नर्स तैनात रहेगी. सुबह 7 बजे से दिन के 2 बजे तक डॉक्टर आरडी सिंह, डॉ राकेश कुमार और नर्स सोनी सिंह की ड्यूटी रहेगी. वहीं दिन के 2 बजे से रात के 9 बजे तक डॉ राजन कुमार, डॉ विशाल वैभव और नर्स सोनम की तैनाती रहेगी. रात के नौ बजे से सुबह के सात बजे तक डॉ पंकज हंस, डॉ अरूण कुमार शर्मा और ए ग्रेड नर्स सुनील कुमार की ड्यूटी रहेगी.
नीतीश ने फिर बना दिया रिकार्ड
देश भर में ये पहला मामला होगा जब सीएम आवास में ही कोरोना का अस्पताल खोल दिया जाये. वह भी तब जब आम लोगों को इलाज के लिए मामूली सुविधायें भी नहीं मिल रही हैं. सारी तैनाती पीएमसीएच से की गयी हैं. जो फिलहाल गरीबों के इलाज के लिए बिहार का सबसे बडा अस्पताल है. वहां पहले से ही डॉक्टरों की भारी किल्लत है. लेकिन वहीं से डॉक्टरों को सीएम आवास भेज दिया गया है.
दरअसल मुख्यमंत्री आवास में कोरोना का वेंटीलेटर युक्त अस्पताल खोलने का फैसला सीएम की भतीजी के कोरोना संक्रमित होने के बाद लिया गया है. इसके लिए आईसीयू से लेकर वेंटीलेटर जैसे सारे आधुनिक उपकरण सीएम आवास में भेज दिया गया है. सरकारी सूत्र बता रहे हैं कि ये सारे इंतजाम सिर्फ इसलिए किये जा रहे हैं ताकि अगर मुख्यमंत्री को संक्रमण का खतरा हो तो सारा इंतजाम घर पर ही मौजूद हो.
हमने इस बाबत बिहार सरकार के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की. लेकिन किसी ने इस मसले पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया.