BUXAR: वैसे तो पुलिस का काम अपराधियों को पकड़ना औऱ अपराध रोकना है लेकिन बिहार में सुशासन की सरकार के फऱमान ने पुलिस का काम ही बदल दिया है। सरकार के फरमान को पूरा करने के लिए बक्सर में सोमवार को एक थानेदार वर्दी-जूता खोलकर नहर में कूद पड़े। गमछा पहन कर नहर में कूदने के बाद बहुत जतन करना पड़ा लेकिन सरकार की नाक बचाकर ही पानी से बाहर निकले।
पानी में क्यों कूदे थानेदार
मामला बक्सर के कोरानसराय थाने का है. कोरानसराय थाने के थानेदार सोमवार को जिला मुख्यालय में आय़ोजित आलाधिकारियों की बैठक में शामिल होने जा रहे थे। लेकिन इसी बीच जो सूचना आयी उसमें बैठक की चिंता भूल गये। अब फिक्र सरकार की नाक बचाने के साथ साथ अपनी नौकरी बचाने की भी हो गयी। लिहाजा बैठक में जाना छोड़ा और सीधे नहर किनारे पहुंच गये।
शराब बरामद करने के लिए नहर में कूदे
दरअसल कोरानसराय थानाध्यक्ष को खबर मिली थी कि उनके थाना क्षेत्र के बैरियां गांव के पास शराब तस्करों ने नहर में पानी के अंदर शराब की बोतलें छिपा कर रखी हुई है। जब बेचने का मौका आता है तो नहर में से शराब की बोतल निकालते हैं और ग्राहकों को सप्लाई कर देते हैं। ये खबर मिलने के बाद थानेदार सीधे बैरिया गांव में नहर के पास पहुंचे। साथ में चौकीदार और थाने के सिपाही थे लेकिन थानेदार ने उनपर भरोसा नहीं किया। खुद वर्दी-जूता खोला. गमछा पहना और सीधे नहर में कूद गये।
नहर से 38 बोतल शराब बरामद
थानेदार ने नहर के साथ साथ आस-पास के धान के खेत को भी छान मारा। चारों ओर पानी लगा था लेकिन थानेदार जुनैद अहमद उसमें शराब की बोतलें ढूंढ़ते रहे। आखिरकार नहर में एक बोरी मिली, जिसमें 38 बोतल विदेशी शराब छिपा कर रखी गयी थी।
पास की झाड़ी से मिला 170 बोतल शराब
थानेदार ने नहर से शराब बरामद करने के बाद आसपास की झाडियों को भी छान मारा। बैरिया गांव में ही नहर से कुछ दूर आगे सुनसान झाड़ी में भी भारी मात्रा में शराब रखी पायी गयी। थानेदार जुनैद आलम ने झाडियों से 170 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद किया। कोरानसराय थानेदार ने बताया कि वे अपने थाना क्षेत्र में शराब कारोबार को पूरी तरह से ध्वस्त करने की कवायद में लगे हैं। इसलिए कोई भी कोशिश बाकी नहीं छोड रहे हैं। थानेदार ने कहा कि आज जो शराब बरामद हुई है उसके कारोबारियों का भी पता लगाया जायेगा और उन्हें गिरफ्तार किया जायेगा।