PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करना राजद के एमएलसी सुनील कुमार को भारी पड़ रहा है। एमएलसी सुनील कुमार सिंह की विधान परिषद से सदस्यता रद्द कर दी गई है।इससे पहले कल समिति ने उनके खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर दी थी और अब आज इसकी घोषणा कर दी गई। समिति ने कहा था है कि डॉ. सुनील कुमार सिंह ने सदन के सदस्य बने रहने की पात्रता खो दी है। समिति ने अपनी 112 पन्नों की रिपोर्ट दी है।
दरअसल, पिछले विधान मंडल सत्र में सुनील कुमार सिंह ने सदन के अंदर नीतीश कुमार का अंदाज कॉपी करते हुए उनकी मिमिक्री की थी। इस दौरान उनके साथ उनकी पार्टी के एक और एमएलसी कारी सोहैब भी साथ थे। ऐसे में दोनों के इस आचरण को अनुचित मानते हुए यह मामला विधान परिषद की अचार समिति के पास भेजा गया था। हालांकि, बाद में कारी सोहैब ने अपनी गलती मान ली थी। लेकिन, सुनील सिंह ने अपनी गलती मानने से इंकार कर दिया।
इसके बाद अब सुनील सिंह के खिलाफ अचार समिति ने अपनी जांच की रिपोर्ट तैयार कीऔर विधानपरिषद आचार समिति द्वारा उनपर अनुशासनिक कार्रवाई के तहत सदस्यता समाप्त करने की सिफ़ारिश किया। समिति के प्रतिवेदन कल ही सदन में रख दिया गया था, जिसपर आज मुहर लगनी थी और अब अंतिम मुहर लगा दिया गया।
उधर, राजद ने इस कार्रवाई को अनुचित करार दिया है। इसके साथ ही खुद केबर्ख़ास्तगी पर प्रतिक्रिया देते हुए सुनील कुमार सिंह ने कहा की सदस्यता समाप्त होने का पहले से ही मैच फिक्स है। जिस तरह देश में पेपर लीक का तार नालंदा से जुड़ा है, मेरे बर्ख़ास्तगी का भी तार भी नालंदा से जुड़ा है। सुनील सिंह के समर्थन में कई अन्य राजद एमएलसी भी सदन में खड़े हो गए उनकी संभावित बर्ख़ास्तगी का पुरजोर शब्दों में विरोध किया।