PATNA : पेगासस जासूसी कांड की जांच की मांग कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भले ही बीजेपी को बैकफुट पर ढकेल दिया. हो लेकिन उन्हीं की कैबिनेट में डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद की जुबान इस मसले पर नहीं खुल रही. पेगासस जासूसी कांड की जांच को लेकर नीतीश ने जो स्टैंड लिया, वह सीधे बीजेपी का विरोध वाला है. लेकिन इसके बावजूद डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद ने इस मसले पर चुप्पी साध ली है. तारकिशोर प्रसाद आज बीजेपी कार्यालय में सहयोग कार्यक्रम में मौजूद थे. वह फरियादियों से मुलाकात कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की.
सवाल जब पेगासस जासूसी कांड की जांच को लेकर नीतीश कुमार के बयान का आया तो तार किशोर प्रसाद ने इससे पल्ला झाड़ लिया. तारकिशोर प्रसाद में पेगासस जासूसी कांड को केंद्र का मसला बताते हुए इस पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि यह विषय केंद्र सरकार से जुड़ा हुआ है. मामले को केंद्र सरकार देख रही है. इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा.
जातीय जनगणना के मसले पर भी डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद अपनी पार्टी का स्टैंड खुलकर नहीं रख पा रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि उन्हें नीतीश कुमार का डर सता रहा हो. डिप्टी सीएम किशोर प्रसाद जातीय जनगणना पर सवाल किए जाने को लेकर केवल इतना कह सके कि यह मामला भी केंद्र की नीति से जुड़ा हुआ है. विधानसभा से प्रस्ताव पास किए जाने के बाद मुख्यमंत्री इस मामले को देख रहे हैं. हालांकि बीजेपी के दूसरे नेता जिस तरह जातीय जनगणना को खारिज कर रहे हैं, उस तरह डिप्टी सीएम किशोर प्रसाद अपना स्टैंड नहीं ले पाए.
इतने दिनों तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार की मुलाकात को लेकर सवाल किए जाने पर तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि यह हमारे सरकार का एजेंडा नहीं है कि कौन किस से मुलाकात करता है. मुझसे भी कई विपक्षी दल के नेता आकर मुलाकात करते हैं. कई बार राजनीति में यह सब होता है.