PATNA : बिहार के चुनावी सीजन में दल-बदल की जमीन अभी से तैयार करने में नेता जुटे हुए हैं। उधर जेडीयू विधायक जावेद इक़बाल अंसारी ने लालू की तारीफ में कसीदे पढें और उनसे मिलने रिम्स पहुंच गए तो इधर आरजेडी की महिला विधायक नीतीश के गुण गाने लगी हैं। यहां तक कि विधायक महोदया ने दावा कर दिया है कि 2020 के चुनाव में वे जेडीयू की टिकट पर चुनाव भी लड़ने जा रही हैं।
वैशाली के पातेपुर से आरजेडी विधायक प्रेमा चौधरी ने पार्टी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। मैडम आरजेडी के युवराज तेजस्वी यादव से खासी नाराज दिख रही हैं। और हाल-फिलहाल उनकी नाराजगी बढ़ती ही चली जा रही है। सबसे पहले तो उनकी इच्छा के खिलाफ हाजीपुर से शिवचंद्र राम को हाजीपुर के टिकट दिया गया है जबकि वे खुद वहां से चुनाव लड़ना चाहती थी। इसके बाद से ही उनकी नाराजगी बढ़ती ही चली जा रही है। अब तो महिला विधायक का दर्द और भी हरा हो गया है, उन्हें अपने क्षेत्र में ही पार्टी के बड़े नेताओं के होने वाले कार्यक्रम का निमंत्रण नहीं मिल रहा है। नाराज एमएलए मैडम आरजेडी विधायक दल की बैठक में भी शामिल नहीं हुई। अब तो उन्होनें खुल कर एलान कर दिया है कि वे इस बार पातेपुर से जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ेगी।साथ ही उन्होनें जेडीयू अध्यक्ष और सूबे के सीएम नीतीश कुमार की जमकर तारीफ भी की है।
प्रेमा चौधरी दलित समाज से आती हैं और तीन बार पातेपुर से विधायक रह चुकी हैं। प्रेमा चौधरी पार्टी नेता तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होनें कहा कि वे कुछ चाटुकारों से घिरे हुए हैं किसी की नहीं सुनते केवल अपनी ही मर्जी की करते हैं। प्रेमा चौधरी ने कहा कि पार्टी का कल्चर ही खत्न होते जा रहा है पुराने लोगों की पूछ खत्म होती जा रही है जबकि लालू यादव के टाइम में ऐसा नहीं था सभी को सम्मान मिलता था। प्रेमा चौधरी के बागी तेवर के बाद अब आरजेडी के एक और विधायक का पार्टी से जाना तय माना जा रहा है। इससे पहले पार्टी के विधायक फराज फातमी और महेश्वर प्रसाद यादव भी नीतीश की तारीफ कर पार्टी से बगावत कर चुके हैं।