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1st Bihar Published by: Updated Mon, 08 Feb 2021 03:18:31 PM IST
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PATNA : बीते साल हुए बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को जीत हासिल हुई लेकिन इस जीत में जनता दल यूनाइटेड की सीटें बीजेपी के मुकाबले कम रही. जेडीयू को केवल 43 सीटों पर ही जीत हासिल हुई और इसके बावजूद बीजेपी ने नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया. दरअसल, विधानसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी ने ऐलान कर दिया था कि अगर एनडीए जीत हासिल करता है तो नेतृत्व नीतीश कुमार का होगा.
विधानसभा चुनाव में जीत हासिल होने के बाद नीतीश कुमार ने जब मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो विरोधियों ने सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया. नीतीश के विरोधी लगातार यह कहते रहे कि कम सीटें हासिल होने के बावजूद जेडीयू ने मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं छोड़ी. नीतीश कुमार किसी भी कीमत पर कुर्सी नहीं छोड़ सकते. विरोधियों का यह हमला इतनी दफे हुआ कि नीतीश खुलकर कहने लगे कि उन्होंने चुनाव परिणाम आने के बाद बीजेपी को अपना मुख्यमंत्री बनाने के लिए कह दिया था. जेडीयू के प्रदर्शन और कम सीटों को देखते हुए मैंने मुख्यमंत्री बनने से इंकार कर दिया लेकिन बीजेपी के आग्रह पर मुझे वापस से कुर्सी पर बैठना पड़ा.
नीतीश के इस दावे पर बीजेपी के किसी भी नेता ने आज तक कुछ भी नहीं कहा था लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने अब इस मामले में बड़ा खुलासा कर दिया है. अमित शाह ने कहा है कि विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने को तैयार नहीं थे. उन्होंने बीजेपी को खुले तौर पर कहा कि वह अपनी पार्टी से किसी को मुख्यमंत्री बनाएं. नीतीश कुमार ने राजनीतिक शिष्टाचार का परिचय दिया लेकिन हमने चुनाव के पहले किए गए वादे को पूरा किया और नीतीश कुमार को ही बिहार का मुख्यमंत्री बनवाया.
दरअसल, अमित शाह आज महाराष्ट्र दौरे पर हैं. महाराष्ट्र में उन्होंने आज एक मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने महाराष्ट्र की उद्धव सरकार के ऊपर तंज कसते हुए बिहार की चर्चा की. अमित शाह शिवसेना को यह बता रहे थे कि चुनाव में किया गया वादा चुनाव के बाद भी बीजेपी भली-भांति याद रखती है. अमित शाह ने कहा कि हमने महाराष्ट्र में चुनाव के पहले शिवसेना के साथ गठबंधन में जो नीति बनाई, उस पर कायम रहे. महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार थे लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद शिवसेना ने पलटी मार दी. उन्होंने कहा कि बिहार में बीजेपी ने गठबंधन धर्म जिस तरह दिखाया है उसे शिवसेना को सीख लेनी चाहिए थी.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने इस बयान से दो बातें साफ कर दी हैं. पहली यह कि नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री नहीं बनने को लेकर जो बातें कही थी उस पर उन्होंने मुहर लगा दी है और दूसरी बात यह है कि उन्होंने जेडीयू को यह भी बता दिया कि कम सीटें होने के बावजूद बीजेपी ने नीतीश को मुख्यमंत्री बनवाया.