PATNA : बिहार में राज किसका है इसकी झलक बीजेपी के मंत्रियों को मिलनी शुरू हो गयी है. बीजेपी के एक नव नियुक्त मंत्री आज जब अपने विभाग में पदभार ग्रहण करने गये तो प्रधान सचिव का इंतजार करते ही रह गये. काफी देर तक प्रधान सचिव का इंतजार किया, लेकिन वे नहीं आयीं. बेचारे मंत्री जी को चपरासी के हाथों गुलदस्ता लेकर पदभार ग्रहण करना पड़ा. समर्थकों के सामने पानी-पानी हुए मंत्री ने खीज कर कहा कि वे प्रधान सचिव पर कार्रवाई करेंगे.
मंत्री जनक राम के साथ हुआ वाकया
बीजेपी के जिन नये मंत्रियों ने शपथ लिया है उनमें जनक राम भी शामिल हैं. वे गोपालगंज से सांसद रह चुके हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में उनकी सीट जेडीयू के कोटे में चली गयी, पार्टी ने क्षतिपूर्ति करने के लिए उन्हें बिहार सरकार में मंत्री बना दिया है. जनक राम को खान एवं भूतत्व विभाग का मंत्री बनाया गया है. विभाग को पूर्व सूचना देकर जनक राम बुधवार को अपना पदभार ग्रहण करने गये. उनके साथ समर्थकों की टोली भी थी जो मंत्री जी को पदभार ग्रहण करते देखना चाहते थे.
नहीं पहुंची प्रधान सचिव हरजोत कौर
खान और भूतत्व मंत्री जनक राम मंगलवार को नियत समय पर पदभार ग्रहण करने अपने विभाग पहुंचे. इसकी सूचना उन्होंने विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर को भिजवा दी थी. बिहार में ये सरकारी परंपरा है कि जब मंत्री पदभार ग्रहण करने पहुंचते हैं तो उनका स्वागत करने के लिए प्रधान सचिव मौजूद रहते हैं. लेकिन मंत्री जब दफ्तर में पहुंचे तो प्रधान सचिव का अता पता नहीं था. मंत्री जी को लगा कि प्रधान सचिव कुछ देर में पहुंच जायेगी. लिहाजा वे इंतजार करने लगे. दफ्तर के कुछ लोगों ने प्रधान सचिव को फोन भी मिलाना शुरू किया लेकिन कोई फर्क नहीं पडा.
मंत्री जी पदभार ग्रहण करने आये तो साथ में समर्थकों की टोली थी. उनके सामने मंत्री जी पहले ही दिन बुरी तरह जलील हो रहे थे. नाराज मंत्री ने काफी देर इंतजार करने के बाद इज्जत बचाने का रास्ता ढूंढना शुरू किया. उन्होंने अपने ऑफिस के एक चपरासी को बुलाया और कहा कि चपरासी के हाथों ही गुलदस्ता लेकर वे पदभार ग्रहण करेंगे. चपरासी ने गुलदस्ता दिया और मंत्री जी ने पदभार ग्रहण किया.
मंत्री बोले-कार्रवाई करेंगे
समर्थकों के सामने बेईज्जत हुए मंत्री जी को पता था कि पहले ही दिन उनके बारे में क्या मैसेज गया. लिहाजा मीडिया ने जब पूछा कि प्रधान सचिव ने उनकी ऐसी बेईज्जती क्यों कर दी तो मंत्री हत्थे से उखड़ गये. उन्होंने कहा कि उन्हें विभाग में पहले दिन से ही अफसरशाही देखने को मिल रहा है. वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. प्रधान सचिव से शो कॉज पूछेंगे कि वे क्यों नहीं पहुंची. उसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को लिखेंगे.
हालांकि नीतीश कुमार के राज में आला अफसरों पर क्या कार्रवाई होती रही है ये जगजाहिर रहा है.