PATNA : देश की जनता से अच्छे दिन लाने का वादा बीजेपी ने किया था। जनता को अच्छे दिन नसीब हुए या नहीं यह तो जनता ही जाने लेकिन नया साल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए अच्छे दिन लेकर आया है। सीएम नीतीश के लिए एक बाद एक अच्छी खबरें आ रही हैं। लिहाजा अब बिहार में नीतीश के विरोधी भी मान रहे हैं की नीतीश कुमार के अच्छे दिन आ गए हैं।
नए साल नीतीश के लिए गुड न्यूज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नए साल में बल्ले-बल्ले है। मिस्टर क्लीन की इमेज रखने वाले नीतीश कुमार के ऊपर चल रहे हत्या के इकलौते मामले में उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने राहत दे दी। साल 1991 से नीतीश कुमार के ऊपर चुनावी हिंसा में एक व्यक्ति की हत्या का जो आरोप लगता रहा उसे सुप्रीम कोर्ट ने गलत बताते हुए नीतीश को दोषमुक्त कर दिया। नीतीश के सुशासन पर मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड बड़ा धब्बा है। शेल्टर होम कांड सामने आने के बाद नीतीश कुमार की चौतरफा आलोचना हुई थी। आरोप लगा कि शेल्टर होम में राह रही लड़कियों के साथ ना केवल यौन शोषण किया गया बल्कि उनमें से कई की हत्या भी कर दी गई। लेकिन इस गंभीर मामले में सीबीआई की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दी गई जानकारी में यह साफ कर दिया गया कि किसी भी लड़की की हत्या या मौत नहीं हुई। साल 2020 के शुरुआती हफ्ते में नीतीश कुमार के लिए राहत की यह दो बड़ी खबरें उनके लिये अच्छे दिन का संकेत है। नीतीश को मिली इस राहत को उनके विरोधी बीजेपी की कृपा बता रहे हैं। आरजेडी यह कहने लगी है कि नीतीश ने अपने अच्छे दिन लाने के लिए बीजेपी से बड़ी डील की है। आरजेडी के मुताबिक CAA और NPR को समर्थन देने के बदले अपने को पाक साफ करवा रहे हैं।
जेडीयू और बीजेपी ने आरोपों को किया खारिज
हालांकि विरोधियों का आरोप बिहार एनडीए में शामिल घटक दलों को हजम नहीं हो रहा। जेडीयू इस आरोप को खारिज कर रहा है कि की CAA या NRC को लेकर कोई डील हुई। वहीं बीजेपी भी इस मोर्चे पर जेडीयू के साथ खड़ी है। बिहार के लिए यह चुनावी साल है। बीते साल आरोपों से घिरे नीतीश के लिए नए साल की शुरुआत अच्छी है। जाहिर है इसीलिए बिहार के सियासी गलियारे में यह चर्चा हो रही है कि बीजेपी ने नीतीश कुमार के अच्छे दिन ला दिए हैं।