PATNA: बिहार में सुशासन का सबसे बेहतरीन उदाहरण देखिये. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के हर घर में बिजली का स्मार्ट मीटर लगाने का आदेश जारी कर रखा है. बिजली विभाग के इंजीनियर-कर्मचारी जबरन लोगों के घरों में स्मार्ट मीटर लगवा रहे हैं. इस स्मार्ट मीटर को लेकर लगातार शिकायतें आ रही हैं. लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है. अब सबसे दिलचस्प बात जानिये. बिहार के बिजली यानि ऊर्जा विभाग के मंत्री विजेंद्र यादव ने खुद अपने घरों में स्मार्ट मीटर नहीं लगवाया है. उनके घर पर बिजली का 6 लाख रूपये से ज्यादा का बकाया है. लेकिन मंत्री के घर की बिजली कौन काटेगा.
आऱटीआई कार्यकर्ता अनिल कुमार सिंह ने बिहार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव के सुपौल स्थिति निजी आवास और पटना स्थित सरकारी आवास का बिजली बिल निकाला है. इसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं. अनिल कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में बिजली का प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से चलाया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसे क्रांतिकारी काम बताते रहे हैं. लेकिन बिजली विभाग के हेड यानि ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने खुद अपने ही घऱों पर बिजली का स्मार्ट मीटर नहीं लगवाया है.
मंत्री के पैतृक घर में पुराना मीटर
सुपौल शहर के वार्ड नंबर-4 के किशनपुर रोड में बिहार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव का पैतृक घर है. वहां विजेंद्र प्रसाद यादव के नाम से बिजली का कनेक्शन भी है. आरटीआई कार्यकर्ता ने जो बिजली बिल निकाला है उससे साफ है कि मंत्री के निजी घर में पुराना बिजली मीटर लगा है. जुलाई महीने में मंत्री के घर का बिजली बिल 3 हजार 629 रूपया आया है. उसे जमा करने के लिए लंबा समय दिया गया है.
पटना में मंत्री आवास पर 6 लाख बकाया
आरटीआई कार्यकर्ता ने पटना स्थित मंत्री विजेंद्र यादव के सरकारी बंगले का भी बिजली बिल जारी किया है. मंत्री जी के सरकारी बंगले में भी पुराना पोस्टपेड मीटर लगा हुआ है. लंबे समय से इस बंगले के बिजली बिल का भुगतान नहीं किया गया है. लिहाजा बिजली विभाग का मंत्री के बंगले पर 6 लाख 12 हजार 624 रूपये बकाया है. लेकिन बिजली विभाग अपने मंत्री के बंगले की बिजली कैसे काटेगा.
RTI कार्यकर्ता अनिल कुमार सिंह ने सवाल उठाया कि बिहार के जिन घरों में पुराना प्रीपेड मीटर लगा है वहां अगर 4-5 हजार भी बकाया हो जाए तो बिजली काट दी जाती है। लेकिन ऊर्जा मंत्री का खुद का बिजली बकाया 6 लाख 12 हजार है. फिर उनके बंगले की बिजली क्यों नहीं काटी जा रही है. क्या इस नीतीश कुमार के राज में मंत्री का हर गुनाह माफ है.
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल कुमार सिंह ने मांग किया है कि जब तक बिहार के ऊर्जा मंत्री समेत सत्ता में बैठे दूसरे नेताओं के घर पर स्मार्ट मीटर नहीं लग जाता तब तक आम लोगों के घरों में स्मार्ट मीटर लगवाना बंद होना चाहिये. स्मार्ट मीटर को लेकर लगातार शिकायतें आ रही हैं. उसमें गड़बड़ी के कई उदाहरण सामने आये हैं. इसकी जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से करानी चाहिये.