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1st Bihar Published by: Updated Wed, 03 Aug 2022 12:45:31 PM IST
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PATNA : जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह जिस तरह आप पार्टी में हाशिए लगाए गए उसके बाद मौजूदा नेतृत्व के साथ खड़ा हर छोटा–बड़ा नेता आरसीपी सिंह को खरी-खोटी सुना देता है। कभी आरसीपी सर के दरबार में हाजिरी लगाने के लिए नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटा रहती थी लेकिन अब हालात ऐसे हैं कि पार्टी का कोई मामूली प्रदेश प्रवक्ता भी आरसीपी सिंह को उनकी हैसियत बता देता है। राजनीति में ऐसा दौर किसी के भी साथ आ सकता है लेकिन आरसीपी सिंह को खरी-खोटी सुनाने के लिए जेडीयू के मौजूदा नेतृत्व के साथ खड़े नेता और प्रवक्ता जिन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं उसका राजनीतिक मायने दरअसल है क्या यह समझने की जरूरत है। जेडीयू कोटे से नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी हों, संजय कुमार झा या फिर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद निषाद और मंजीत सिंह, सभी ने बारी-बारी से यह बता दिया कि आरसीपी सिंह के ऊपर से नीतीश कुमार की कृपा हट गई लिहाजा उनका कद अब पुराना नहीं रहा। इन नेताओं ने बताया कि जेडीयू में नीतीश कुमार की कृपा के बगैर में कोई भी नेता कुछ हासिल नहीं कर सकता। इसका मतलब यह हुआ कि पार्टी के अंदर चाहे कोई लाख मेहनत कर ले उसे कुछ हासिल होगा तो केवल नीतीश कुमार की कृपा पर।
2020 का विधानसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ने वाले मंजीत सिंह ने पिछले दिनों जेडीयू में वापसी की थी। मंजीत सिंह को अब पार्टी ने प्रदेश प्रवक्ता नियुक्त किया है। प्रवक्ता बनाए जाने के बाद मनजीत सिंह के निशाने पर सबसे पहले आरसीपी सिंह ही आए। पार्टी नेतृत्व को खुश करने के लिए मंजीत सिंह ने बयान देते हुए कहा कि आरसीपी सिंह के ऊपर से नीतीश कुमार की कृपा हटी तो वह रोड पर आ गए। मंजीत सिंह ने कहा कि दो बार राज्यसभा सदस्य और केंद्र में मंत्री बनने के बावजूद आरसीपी सिंह की हैसियत से कुछ भी नहीं है। आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री की कृपा हटते ही रोड पर आ गए हैं। अब रोड पर घूम रहे हैं। आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार को और जनता दल यूनाइटेड को धोखा दिया। इतना ही नहीं मंजीत सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से आरसीपी सिंह के ऊपर एक्शन लेने की मांग कर दी।
आरसीपी सिंह को खरी-खोटी सुनाने वाले मंजीत सिंह इकलौते नेता नहीं हैं। सबसे पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफे के बाद आरसीपी सिंह जब पटना पहुंचे थे तो प्रवक्ता अरविंद निषाद ने उनपर हमला बोला था। अरविंद निषाद ने कहा था कि आरसीपी सिंह नीतीश कुमार की कृपा पर ही अब तक नेता बने रहे। नीतीश कुमार और उनकी कृपा को लेकर जेडीयू के अंदर इन दिनों जो चर्चा चल रही है, उसे सुनकर कई बार ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार निर्मल बाबा बन गए हैं। निर्मल बाबा अपने भक्तों से कृपा आने की बात कहते हैं। ठीक उसी तरह नीतीश कुमार से कृपा की बदौलत जेडीयू में हासिल करने की बात पार्टी के नेता कर रहे हैं। हालांकि मंजीत सिंह ने जो बयान दिया है उस पर पार्टी की पूर्व प्रवक्ता रहीं सुहेली मेहता ने पलटवार किया है। सुहेली मेहता ने मंजीत सिंह को अच्छे से उनकी हैसियत बता दी है। मेहता ने कहा है कि मंजीत सिंह ने अपनी जमीर की कीमत कितनी लगाई है यह तो मालूम नहीं लेकिन उन्हें बड़े लोगों के बीच में ज्यादा नहीं बोलना चाहिए। सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए लिखा है कि नीतीश कुमार की कृपा की वजह से मनजीत सिंह विधायक बन गए और मुझ पर कृपा नहीं हुई तो मैं कुछ भी नहीं बन पाई। जेडीयू की मौजूदा स्थिति को लेकर सुहेली ने मंजीत सिंह को खरी-खोटी सुना दी है। इतना ही उन्होंने कहा है कि राजनीति में क्षमता और पात्रता का कोई स्थान नहीं है। यही वजह है कि कभी आप विधायक बन गए तो आज प्रदेश प्रवक्ता बनकर आरसीपी सिंह जैसे नेता पर बयान दे रहे हैं।