नीतीश कैबिनेट का विस्तार कल, बीजेपी-जेडीयू में बन ही गयी बता, मंगलवार की सुबह कैबिनेट विस्तार

नीतीश कैबिनेट का विस्तार कल, बीजेपी-जेडीयू में बन ही गयी बता, मंगलवार की सुबह कैबिनेट विस्तार

PATNA : नीतीश कैबिनेट के विस्तार को लेकर बीजेपी और जेडीयू में चला आ रहा विवाद आखिरकार सुलझ गया. मंगलवार की सुबह नीतीश कैबिनेट का विस्तार होने जा रहा है. राजभवन से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार की सुबह साढे 11 बजे नये मंत्रियों को शपथ दिलायी जायेगी. फर्स्ट बिहार झारखंड ने रविवार को ही खबर दी थी कि कैबिनेट के विस्तार पर दोनों पार्टियों के बीच सहमति बन गयी है और बीजेपी ने अपनी लिस्ट सौंप दी है.


गौरतलब है कि रविवार की शाम बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे थे. इसी मुलाकात के दौरान मंत्रिमंडल विस्तार पर सहमति बनी और बीजेपी ने अपने कोटे के मंत्रियों की सूची नीतीश कुमार को सौंप दी थी. नीतीश से मुलाकात के बाद बाहर निकले संजय जायसवाल ने पत्रकारों को कहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार की खबर उन्हें मिल जायेगी.



हम आपको बता दें कि बिहार के मंत्रिमंडल में फिलहाल सिर्फ 14 मंत्री हैं. हालांकि 16 नवंबर को जब नयी सरकार का गठन हुआ था तो 15 मंत्रियों ने शपथ ली थी लेकिन भ्रष्टाचार के एक मामले में आरोपी होने के कारण मंत्री मेवालाल चौधरी को इस्तीफा देना पड़ा था. सरकार गठन के दौरान ये कहा गया था कि तुरंत ही कैबिनेट का पूर्ण विस्तार कर लिया जायेगा. लेकिन जेडीयू और बीजेपी के बीच तनातनी के कारण मंत्रिमंडल का विस्तार लगातार टलता रहा.


इस दौरान नीतीश कुमार ने दो दफे कहा कि बीजेपी के कारण मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो रहा है. नीतीश कुमार ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि वे तो सरकार गठन के दौरान ही वे मंत्रिमंडल का विस्तार कर लेते रहे हैं. लेकिन इस दफे परिस्थितियां बदली हुई हैं और बीजेपी ने अभी तक लिस्ट नहीं सौंपी है इसके कारण भी मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा है. नीतीश मंत्रिमंडल विस्तार न होने की जिम्मेवारी बीजेपी के उपर थोप रहे थे. लिहाजा बीजेपी बैकफुट पर थी. इस बीच 8 जनवरी को जब बिहार बीजेपी के प्रभारी भूपेंद्र यादव नीतीश कुमार से मिलने गये तो लगा कि बात बन गयी है. लेकिन अगले ही दिन नीतीश कुमार ने कहा कि भूपेंद्र यादव गपशप करने आये थे. मंत्रिमंडल विस्तार पर कोई चर्चा नहीं हुई.


नीतीश के दबाव के कारण बीजेपी बैकफुट पर थी. बिहार में एक-एक मंत्रियों के पास पांच-छह विभाग थे. ऐसे में सरकार का कामकाज बाधित हो रहा था. आखिरकार बीजेपी ने अपने कोटे के मंत्रियों के नाम तय किये. हालांकि अंदर ही अंदर कुछ और ही खेल होने की भी चर्चा थी. चर्चा ये थी कि बीजेपी जेडीयू कोटे के विभागों को अपने पाले में लाने की मांग कर रही थी. लेकिन नीतीश कुमार बड़ी चालाकी से बीजेपी को हैंडल कर रहे थे. इसी दौरान जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि विभाग पहले ही तय हो चुके हैं और सरकार गठन के दौरान जो विभाग जिस पार्टी के हिस्से आये वे बने रहेंगे. चर्चा ये है कि नीतीश कुमार के सामने बीजेपी को हार माननी पड़ी और विभागों का बंटवार वही रहेगा जो सरकार गठन के वक्त हुआ था.