PATNA : जातीय जनगणना के मसले पर जनता दल यूनाईटेड लगातार अपने स्टैंड को कड़ा करते जा रहा है। शनिवार को दिल्ली में हुई जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना के मसले पर कोई समझौता करने से इंकार कर दिया। पार्टी की कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मैं 1989 से ही जातीय जनगणना का पक्षधर रहा हूं। पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने पहली बार मुझे जातीय जनगणना के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने जातीय जनगणना की मांग उठाने के लिए मुझे प्रेरित किया। जब मैं ज्ञानी जैल सिंह से मिला था तो इसके बारे में मुझे बहुत जानकारी नहीं थी लेकिन मधु लिमये और मधु दंडवते जैसे नेताओं से मुलाकात के बाद जातीय जनगणना का पक्षधर हो गया।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि जाति आधारित जनगणना को अगड़ा और पिछड़ा से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जातीय जनगणना की मांग के प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई। जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए और यह राष्ट्र हित में है इसके लिए पार्टी ने प्रस्ताव पास किया है और अब इसी के आधार पर जनता दल यूनाइटेड केंद्र सरकार के सामने मांगी रखेगा। संभव है कि बिहार लौटने के बाद नीतीश कुमार इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखें। पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और अन्य विपक्षी नेताओं के साथ मुलाकात में उन्होंने इस बात का भरोसा भी दिया था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला से मुलाकात करने वाले हैं। गुरुग्राम स्थित चौटाला के आवास पर नीतीश आज दोपहर पहुंचेंगे। उनके साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी भी रहेंगे। केसी त्यागी ने कहा है कि दोपहर का भोजन नीतीश कुमार ओम प्रकाश चौटाला के साथ करेंगे। चौटाला ने पिछले दिनों नीतीश कुमार से फोन पर बातचीत की थी। केसी त्यागी चौटाला से मुलाकात करने गए थे और इसी दौरान दोनों नेताओं की फोन पर बातचीत हुई। चौटाला और नीतीश कुमार के रिश्ते बेहद पुराने रहे हैं। जनता दल के काल में दोनों एक साथ राजनीति करते रहे। हालांकि बीच के दिनों में कोई संपर्क नहीं रहा लेकिन अब चौटाला और नीतीश एक बार फिर करीब आ रहे हैं।