PATNA : विवादित नक़्शे को लेकर भारत और नेपाल सरकार के बीच तनाव अभी कम नहीं हुए हैं. बीते दिन नेपाल पुलिस की ओर से की गई गोलीबारी में भारतीय नागरिक की मौत से कई सवाल उठे थे. अब एक और नया कारनामा नेपाल पुलिस के जवानों ने किया है. जिसके कारण एक बार फिर से विवाद उत्पन्न हो गया है. दरअसल नेपाल पुलिस के जवानों ने नो-मेंस लैंड पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों के चार शव को दफना दिया और उसके बगल में पीपीई किट को जलाया है.
नेपाल पुलिस की इस हरकत को एसएसबी के सेनानायक प्रियवर्त शर्मा ने गलत ठहराया है. उन्होंने कहा कि नो मेंस लैंड पर नेपाल द्वारा कोरोना पॉजिटिव लाश नहीं दफनाना चाहिए. भारत-नेपाल सीमा के इस स्थल पर शव को दफनाने के बाद तनाव बढ़ गया है. पीपीई किट जलाने से आस पड़ोस का धुआं गांव में फैल गया, जिससे लोग दहशत में है. जिसके कारण इस्लामपुर और अहिरवा टोला के लोगों ने इसपर आक्रोश जताया है. नेपाल सरकार के खिलाफ उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया है.
प्रेमनगर और अहिरवाटोला सहित रक्सौल शहर के लोग नेपाल पुलिस की इस दुस्साहस के कारण नाराज हैं. कई आक्रोशित लोग सीमा तक पहुंच गए. लोगों की गोलबंदी देख बड़ी संख्या में नेपाल पुलिस भी वहां पहुंच गई. लोगों का कहना है कि जब शवों को दफनाना था तो नेपाल के अंदर भी बहुत जगह थी, लेकिन दुर्भावना के कारण इसे बॉर्डर के पास लाकर दफनाया गया है.