DESK : भारत और नेपाल के रिश्ते में पिछले दिनों आई दूरी अब धीरे-धीरे खत्म होती नजर आ रही है. नेपाल में भारत के साथ जो नया करार किया है, उससे चीन को बड़ा झटका लगा है. नेपाल में भारत के रेल प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है. नेपाल की राजधानी काठमांडू को भारत पर तक रेल लाइन से जोड़ने के इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है.
नेपाल की वेबसाइट रातों पाती डॉट कॉम के मुताबिक नेपाल के काठमांडू से बिहार के रक्सौल के लिए रेल लाइन प्रोजेक्ट को अनुमति दे दी गई है. इसके लिए भारत के कौन-कौन रेलवे कॉरपोरेशन को डीपीआर तैयार करने का का जिम्मा दिया गया है. नेपाल के परिवहन मंत्रालय के सचिव रविंद्र नाथ मिश्रा के मुताबिक भारत को इस बारे में चिट्ठी भेजकर डीपीआर और निर्माण कार्य के लिए अपनी राय के साथ मंजूरी दी गई है. भारत और नेपाल के बीच रेल प्रोजेक्ट शुरू होता है तो यह दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगा.
चीन ने भारत के खिलाफ जिस तरह नेपाल का इस्तेमाल करना शुरू किया उसके बाद भारत सरकार में कूटनीतिक प्रयास किए और अजीत डोभाल के दौरे से नेपाल को एक बार फिर भारत के पाले में करने की कवायद शुरू हुई थी. भारत में राजनीतिक और राजनैतिक तौर पर नेपाल को अपने साथ लाने और चीन को झटका देने का प्रयास शुरू किया था और अब नेपाल के रवैया से यह स्पष्ट भी हो रहा है. नेपाल और भारत में साल 2018 में काठमांडू में चौथे बिम्सटेक सम्मेलन के दौरान काठमांडू रक्सौल वेल्डिंग के के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था जिस पर बात अब दो साल बाद आगे बढ़ी है.