BAGAHA: नेपाल के तराई में हो रही तेज बारिश के बाद वाल्मीकिनगर गंडक बराज से 1 लाख 63 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जिसके बाद गंडक नदी उफान पर है. कई नीचले इलाकों में बाढ़ की आशंका है.
जिला प्रशासन अलर्ट पर
पश्चिमी चंपारण के निचले इलाकों में पानी फैलने की आशंका के बाद जल संसाधन विभाग के साथ ही जिला प्रशासन को भी अलर्ट किया गया है. तटबंध पर 24 घंटे अभियंताओं को मुश्तैद रहने का निर्देश दिया गया है. पानी छोड़ने के बाद कई किसानों को भी परेशानी बढ़ गई है. किसानों ने कहा कि वह खेती के लिए तैयारी किए थे. लेकिन पानी आने के कारण खेती अब होने की संभावना खत्म हो गई है. कैसे गुजारा होगा इसकी चिंता सता रही है.
बांध पर खतरा
अब नेपाल ने बिहार की सिंचाई और बाढ़ निरोधक योजनाओं में लगातार दखल दे रहा है. अब वाल्मीकिनगर में गंडक बराज के एफ्लक्स बांध की मरम्मत का अनुमति नहीं दे रहा है. अगर बांध पर पानी का दवाब बढ़ा तो बांध टूट सकता है. बांध की मरम्मत के लिए बिहार गंभीर है, लेकिन इसको नेपाल हल्के में ले रहा है. बिहार के जल संसाधन विभाग के अधिकारी लगातार संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं. इसको लेकर लेटर भी लिखा है, लेकिन नेपाल लॉकडाउन का कारण बताकर पला झाड़ रहा है. गंडक बराज में कुल 36 फाटक हैं. इसमें आधा फाटक नेपाल के हिस्से में पड़ता है. भारत के हिस्से में पड़ने वाले बांध की मरम्मत हो चुकी है, लेकिन नेपाल एरिया में पड़ने वाले बांध का मरम्मत काम बाकी है. भारी बारिश होने के बाद बांध पर पानी का दबाव बढ़ेगा. ऐसे में अगर बांध टूटा को भारी नुकसान बिहार को हो सकता है.