ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार में विकास की हकीकत! घुटने भर पानी में पुलिस; लॉकअप से लेकर वायरलेस रूम तक जलजमाव BIHAR NEWS : बेगूसराय होमगार्ड झड़प: बड़ी बलिया कैंपस में दो गुट भिड़े, दर्जनभर घायल, एंबुलेंस पर भी हमला Bihar Politics: अनंत सिंह को लेकर आज होगा बड़ा फैसला, NDA के कार्यक्रम में मिलेंगे नए संकेत; इन्हें लग सकता है झटका Bihar News: पूर्णिया को मिली बड़ी सौगात, इस रुट से शुरु हुई नई वंदे भारत एक्सप्रेस, जानें... कहां-कहां होगा ठहराव? BIHAR NEWS : BIHAR NEWS : दारोगा मर्डर केस मामले में कोर्ट का बड़ा फैसला, 18 लोगों को मिली यह सजा; शराब तस्करों से हाथापाई में गई थी जान Bihar News: बिहार में इस रेल लाइन पर जल्द दौड़ेगी ट्रेनें, 20 सितंबर को निरीक्षण Bihar police transfer : पुलिस विभाग का बड़ा फेरबदल, कई थानों में नए थानाध्यक्षों की नियुक्ति Bihar Politics: राजद का नया चुनावी दांव, युवाओं पर फोकस, कट सकते हैं कई उम्रदराज नेताओं के टिकट ! Bihar Crime News: बिहार में युवती की गला रेतकर हत्या, माँ घायल.. Success Story: कम हाइट और ऊंचे हौसले! पहली कोशिश में UPSC पास कर बनीं IAS अधिकारी, जानिए... आरती डोगरा की प्रेरक कहानी

भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले ओली के बुरे दिन, कम्युनिस्ट पार्टी से बाहर किये गए

1st Bihar Published by: Updated Mon, 25 Jan 2021 07:02:43 AM IST

भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले ओली के बुरे दिन, कम्युनिस्ट पार्टी से बाहर किये गए

- फ़ोटो

DESK : चीन की सरकार भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले नेपाल के कार्यवाहक प्रधानमंत्री को केपी शर्मा ओली के बुरे दिन आ गए हैं। नेपाल में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है और कम्युनिस्ट पार्टी वहां दो टुकड़ों में बढ़ती दिख रही है। ओली के विरोधी गुट ने कार्यवाहक प्रधानमंत्री को अपनी पार्टी से बाहर किए जाने का ऐलान कर दिया है। पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड की अगुवाई वाले गुट ने ओली को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। प्रचंड गुट की सेंट्रल कमेटी की रविवार को बैठक हुई जिसमें यह फैसला लिया गया। 


ओली के विरोधी गुट के प्रवक्ता नारायण काजी श्रेष्ठ ने इसकी पुष्टि की है। श्रेष्ठ ने कहा है कि केपी ओली की सदस्यता रद्द कर दी गई है। पिछले साल 22 दिसंबर को ओली को कम्युनिस्ट पार्टी में सह अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। शुक्रवार को विरोधी गुट ने ओली की सदस्यता खत्म किए जाने की धमकी दी थी और रविवार को यह फैसला लिया गया। उस फैसले का विरोध कर रहा है जिसमें 20 दिसंबर को उन्होंने संसद को भंग किए जाने का ऐलान किया था। संसद को भंग करते हुए इस साल अप्रैल-मई में चुनाव कराने की घोषणा की है राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने मुहर लगाई थी। 


सरकार के खिलाफ शुक्रवार को एक बड़ी रैली में पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड ने ऐलान किया था कि पुलिस ने अवैध तरीके से संसद को भंग किए जाने की सिफारिश की। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के अपने धड़े के समर्थकों को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड ने यह भी कहा था कि ओली में न केवल पार्टी के संविधान को तोड़ा बल्कि नेपाल की जनता को भी धोखा दिया है। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी का जन्म होली के सीपीएन-यूएमएल और प्रचंड की पार्टी सीपीएन माओवादी के विलय से हुआ था लेकिन दोनों दलों की विचारधारा अलग थी इसलिए अब एक बार से यह दोनों अलग हो गए हैं।