नीतीश सरकार नहीं कर पा रही टिकाऊ विकास, नीति आयोग की रैंकिंग में फिसड्डी रहा बिहार

नीतीश सरकार नहीं कर पा रही टिकाऊ विकास, नीति आयोग की रैंकिंग में फिसड्डी रहा बिहार

PATNA : नीतीश सरकार बिहार में विकास को लेकर चाहे लाख दावे कर ले लेकिन जमीनी हकीकत उसके उलट है। नीति आयोग ने देशभर के राज्यों में विकास को लेकर जो रैंकिंग जारी की है उसमें बिहार फिसड्डी साबित हुआ है। नीति आयोग की तरफ से टिकाऊ एवं स्वस्थ विकास के लक्ष्य यानी एसडीजी के दिशा में राज्यों के परफॉर्मेंस को लेकर एक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट में केरल पहले पायदान पर है और बिहार सबसे पीछे। 


नीति आयोग की तरफ से जारी की गई रैंकिंग में बिहार 28वें नंबर पर है, हालांकि पिछले साल के मुकाबले बिहार की रैंकिंग घटी है। साल 2018 में नीति आयोग की तरफ से जारी की गई एसडीजी रैंकिंग में बिहार को 48 प्वाइंट मिले थे जबकि इस साल 50 प्वाइंट हासिल हुए हैं। 


इस रैंकिंग में 70 पॉइंट के साथ केरल सबसे ऊपर है जबकि हिमाचल प्रदेश जैसा छोटा राज्य दूसरे नंबर पर। तमिलनाडु आंध्र प्रदेश और तेलंगाना 67 प्वाइंट के साथ तीसरे नंबर पर हैं। गुजरात और महाराष्ट्र के रैंकिंग में कोई सुधार नहीं हुआ है जबकि उत्तर प्रदेश, उड़ीसा और सिक्किम जैसे राज्यों ने 2018 के तुलना में काफी सुधार किया है।