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1st Bihar Published by: Updated Wed, 02 Jun 2021 05:36:50 PM IST
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PATNA : बिहार में सत्तारूढ NDA में घमासान की कहानी आगे बढ़ रही है. नीतीश कुमार के खिलाफ बीजेपी के एक विधान पार्षद की बयानबाजी से खफा जीतनराम मांझी की पार्टी हम ने भाजपा को औकात में रहने की नसीहत दी है. मांझी की पार्टी ने कहा है कि अगर किसी ने नीतीश पर सवाल उठाया तो ईंट का जवाब पत्थर से दिया जायेगा. बीजेपी अपने विधान पार्षद के खिलाफ कार्रवाई करें वर्ना हम इसे बदार्शत नहीं करने वाला है. इससे पहले जेडीयू के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी बीजेपी पर हमला बोला था.
तेज हो गया घमासान
बिहार एनडीए में ताजा घमासान एमएलसी टुन्नाजी पांडेय के बयान से शुरू हुआ है. बीजेपी के एमएलसी टुन्ना जी पांडेय ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं. टुन्नाजी पांडेय ने कहा कि जनता ने तो तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना था. लेकिन सरकारी तंत्र का दुरूपयोग करके नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन कर राज कर रहे हैं.
हम ने कहा- हैसियत बता देंगे
बीजेपी एमएलसी के बयान के बाद हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि बीजेपी को तत्काल अपने एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिये. हम पार्टी को ऐसी कोई भी बयानबाजी बर्दाश्त नहीं. बिहार में एनडीए का मतलब नीतीश कुमार हैं. नीतीश कुमार पर अगर कोई सवाल उठायेगा को ईंट का जवाब पत्थर से दिया जायेगा. नीतीश पर सवाल उठाने का मतलब है कि वह व्यक्ति हम पार्टी पर भी सवाल उठा रहा है.
इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा भड़के थे
बीजेपी के एमएलसी के बयान के बाद जेडीयू संसदीय बोर्ड़ के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने नाराजगी जतायी थी. ट्वीटर पर उन्होंने बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल से सीधा सवाल पूछा है. उपेंद्र कुशवाहा ने लिखा है “यह बयान आप तक भी पहुंच ही रहा होगा, संजय जायसवाल जी. ऐसा बयान अगर किसी जद(यू) के नेता ने भाजपा या उसके किसी नेता के बारे में दिया होता तो......अबतक.........!”
जाहिर है उपेंद्र कुशवाहा ने बगैर कुछ कहे सब कुछ कह दिया है. इशारों में वे कह गये हैं कि बीजेपी नेतृत्व की सहमति से ही ऐसे बयान दिलवाये जा रहे हैं. अगर ऐसी बात जेडीयू के किसी नेता ने कही होती तो उसके खिलफ बीजेपी ने हंगामा खड़ा कर दिया होता.
गौरतलब है कि उपेंद्र कुशवाहा पहले भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल से भिड़ चुके हैं. जेडीयू में एंट्री के बाद उन्होंने दो दफे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पर निशाना साधा है. बिहार में कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने के बाद जब संजय जायसवाल ने नाइट कर्फ्यू पर सवाल खड़े करते हुए लॉकडाउन की मांग की थी तो उपेंद्र कुशवाहा ने उन्हें राजनीति नहीं करने की नसीहत दी थी. इसके बाद जब बिहार में लॉकडाउन का एलान किया गया तो संजय जायसवाल ने उपेंद्र कुशवाहा को जवाब दिया था.
वैसे भी सियासी गलियारे में ये चर्चा गर्म है कि बीजेपी औऱ जेडीयू के बीच रिश्ते लगातार खराब होते जा रहे हैं. आलम ये है कि नीतीश कुमार बीजेपी के किसी सीनियर नेता से बात ही नहीं कर रहे हैं. जबकि बिहार बीजेपी के सारे फैसले दिल्ली से ही लिये जा रहे हैं. वहीं नीतीश कुमार सरकारी बैठकों में बिहार में बीजेपी के दोनों डिप्टी सीएम औऱ दूसरे मंत्रियों से औपचारिक बात जरूर कर रहे हैं लेकिन इसके अलावा औऱ कोई बात नहीं हो रही है.
अब इस लड़ाई में जीतन राम मांझी और उनकी पार्टी भी कूद पड़ी है. वैसे भी एनडीए में शामिल दोनों छोटी पार्टियों के बारे में माना जाता है कि उनमें से जीतन राम मांझी नीतीश के पाले में हैं तो मुकेश सहनी बीजेपी के पाले में. अब जीतन राम मांझी ने नीतीश के पक्ष में मोर्चा खोला है तो चर्चा यही हो रही है कि इसका सिग्नल कहीं औऱ से मिला है.