नौकरी मांगने पर भड़के नीतीश, कहा-क्या बोल रहे हो जी..शिक्षक वाला बात मत बोलों..बड़ी संख्या में होगी बहाली

नौकरी मांगने पर भड़के नीतीश, कहा-क्या बोल रहे हो जी..शिक्षक वाला बात मत बोलों..बड़ी संख्या में होगी बहाली

PURNEA: 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की रैली का हुई। जिसमें महागठबंधन के सभी सातों दलों ने एकजुट होकर शक्ति प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब जनसभा को संबोधित कर रहे थे तभी शिक्षक अभ्यर्थी नौकरी की मांग करने लगे। अभ्यर्थियों के शोर मचाये जाने पर मुख्यमंत्री भड़क गये। कहा-क्या बोल रहे हो जी..आप शिक्षक वाला बात मत बोलों..अरे सुनो..आपकों मालूम है कि कितने शिक्षकों की बहाली हो चुकी है और कितने शिक्षकों की बहाली हम करने वाले है। 


नीतीश ने शिक्षक अभ्यर्थियों से कहा कि कौन आपलोगों को गलत चीज बता रहा है? बड़े पैमाने पर शिक्षकों की बहाली होगी चिंता मत करो. एक एक बात कर रहे हैं तो सुनोंगे नहीं और दस को कोई समझा देता है बोलने के लिए यह सब गलत है हर जीच होगा। बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा। आपस में झगड़ा तो नहीं करेंगे एक दूसरे के साथ प्रेम और भाइचारे के साथ रहेंगे ना यह वादा करो।  रैली के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह ऐलान कर दिया है कि बिहार में भारी संख्या में शिक्षकों की बहाली होगी। यही नहीं पहले से जो शिक्षक काम कर रहे हैं उनकी सैलरी भी बढ़ाई जाएगी। 


पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में आयोजित महागठबंधन की रैली में लोगों की भारी भीड़ देखी गयी। रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी, पीएम मोदी और अमित शाह पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी में केवल दो ही नेता हैं। जब महागठबंधन अलग बना था तब दिल्ली से आकर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार आकर भाषण दिया था और क्या-क्या बोले थे सब जानते हैं। आज फिर कही और भाषण दे रहे हैं। अमित शाह पर हमला बोलते हुए कहा कि जरा बताइए इन्हें क्या अनुभव है?


नीतीश ने कहा कि ये लोग अपनी पार्टी के नेताओं को भी नहीं जानते है। हर चीज पर कब्जा जमाए बैठे हैं। मीडिया पर भी इन्ही का कब्जा है। बिहार में विकास का कोई काम नहीं किया लेकिन बोलते रहते हैं कि हमने बिहार के लिए बहुत काम किया। अभी तक केंद्र सरकार की ओर से 8 साल में बिहार को मात्र 59 लाख करोड़ रुपये दिये गये। जबकि 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये की मदद की बात कही गयी थी।  बिहार को केंद्र से जितनी मदद मिलने चाहिए थी उतनी नहीं मिली। बीजेपी की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। जो घोषणा करते हैं वो नहीं करते हैं। खैर कोई बात नहीं बिहार के विकास के लिए हम तत्पर हैं। रात दिन हमलोग काम करते रहते हैं। विकास का काम तो चलता रहेगा लेकिन हर काम की देखरेख का काम भी जारी रहेगा। कराए गये काम का मेंटेनेंस बहुत जरूरी है उसे भी किया जा रहा है।


नीतीश ने कहा कि बिहार में जितना काम कर रहे हैं और आगे भी करेंगे यह लोगों को बता दिया गया है। आज महागठबंधन के सभी साथी एक साथ हैं। पूरी तरह एकजूट हैं। बीजेपी के नेताओं पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और अरुण जेटली जी को बीजेपी के नेता भूल गये है आज कोई इनका नाम भी नहीं लेता है। बीजेपी सिर्फ झूठ बोलती है। मेरे खिलाफ भी कुछ ना कुछ बोलना बीजेपी का काम है। नीतीश ने स्पष्ट तौर पर कहा कि वे जीवनभर महागठबंधन के साथ रहेंगे। कभी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। बिहार के उत्थान के लिए काम किया है और आगे भी करते रहेंगे। 


उन्होंंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज किसी के बहकावे में ना आए। कुछ लोग विवाद कराने का काम करते हैं। बीजेपी देशहित में कोई काम नहीं करती है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा भी नहीं मिल पाया है। नीतीश ने कहा कि जाति आधारित गणना हम बिहार में करा  रहे है। उसी में सबकी आर्थिक स्थिति की भी जानकारी ले रहे हैं। चाहे वो किसी भी जाति का हो किसी भी धर्म का हो कोई भी गरीबी में रहेगा उसको आगे बढ़ाने का काम करेंगे। 


उन्होंने कहा कि पहले फेज में घरों की गणना हुई अब दूसरे फेज का काम शुरू होगा। एक-एक व्यक्ति का पूरा डिटेल हमलोग तैयार करेंगे। मुख्यमंत्री ने मंच से ऐलान किया कि बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली होगी और शिक्षकों का वेतन भी बढ़ाया जाएगा। हर चीज होगा बहुत अच्छे ढंग से होगा बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि सब लोग एक दूसरे से मिलकर-जुलकर रहें किसी से झगड़ा ना करे। बहुत अच्छा माहौल बनेगा प्रदेश में और खुशहाली आएगी।