नल-जल योजना की जांच के लिए खुद टंकी पर चढ़ गये डीएम साहब, देखते रह गये लोग, डीएम ने कहा-सरकार की सोच को साकार कर रहे हैं

नल-जल योजना की जांच के लिए खुद टंकी पर चढ़ गये डीएम साहब, देखते रह गये लोग, डीएम ने कहा-सरकार की सोच को साकार कर रहे हैं

ROHTAS: बिहार सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है या नहीं। यह योजनाएं धरातल पर दिखाई दे रही है या नहीं इसे देखने के लिए खुद रोहतास के जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार दिनारा इलाके में पहुंच गये। दिनारा के हरिवंशपुर पंचायत में डीएम साहब नल-जल योजना का निरीक्षण करने लगे। रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार खुद पानी की टंकी को देखने के लिए सीढी के सहारे ऊपर चढ़ गए। डीएम साहब को लोहे की सीढ़ी पर चढ़ता देख गांव वाले हैरान रह गये। ग्रामीण मन ही मन यह सोचने लगे कि पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई डीएम खुद इस तरह से योजनाओं का निरीक्षण कर रहे हैं। गांव में चारों ओर सिर्फ डीएम साहब की ही चर्चा हो रही है।


बता दें कि पिछले कई दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ड्रीम प्रोजेक्ट नल-जल योजना में लगातार शिकायतें मिल रही थी। इसी शिकायत की जांच करने खुद डीएम धर्मेंद्र कुमार गांव में पहुंच गये। जब ग्रामीणों ने बताया कि पानी की टंकी के ऊपरी भाग में ही गड़बड़ी है। पानी का टंकी अच्छे क्वालिटी का नहीं है। टंकी रखने के लिए जिस लोहे के चदरे का प्रयोग किया गया है वह भी निम्न गुणवत्ता का है। 


इतना सुनते ही डीएम खुद इसे देखने लोहे की सीढ़ियों के सहारे टंकी के ऊपर चढ़ गए। जिन्हें लोग देखते ही रह गए। डीएम साहब को पानी की टंकी के ऊपर चढ़ता देख अन्य पदाधिकारी भी हैरान रह गये। उन्हें भी उनके पीछे-पीछे टंकी के ऊपर चढ़ना पड़ गया। पानी की टंकी और चदरे को बारिकी से जांच के बाद डीएम वापस सीढ़ी के सहारे नीचे उतर गये। रोहतास डीएम धर्मेंद्र कुमार के इस अंदाज को देखकर वहां मौजूद लोग हतप्रभ थे। 


पेयजल के निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आज पूरा जिला प्रशासन दिनारा प्रखंड में चल रहे सरकार की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करने पहुंचा था। गांव में जाकर तमाम योजनाओं की जांच की गयी। सरकार की योजनाएं धरातल पर दिख रही है या नहीं इसी को देखने के लिए 21 ग्राम पंचायतों में जांच के लिए 21 जांच दल का गठन किया गया था। जिन्हें अलग-अलग पंचायतों में भेजा गया है। बिहार सरकार की सात निश्चय योजना सहित सभी अन्य सरकारी योजनाओं की जांच की जा रही है। जांच में यदि कोई दोषी पाया गया तो उस पर एक्शन लेंगे। हम ग्रामीणों से भी फीडबैक ले रहे है और सरकार की सोच को साकार कर रहे हैं।