NALANDA: 30 वीं बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में नालंदा की बहू ने 18 वीं रैंक लाकर न केवल जिले बल्कि राज्य का नाम रौशन किया है । पहले प्रयास में ही उन्हें यह सफलता मिली है । रिजल्ट आने के बाद गेसू को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। घर में खुशियों का माहौल है।
रविवार को अपने ससुराल नूरसराय प्रखंड के सकरौढा गांव पहुंची गेसू का भाजपा नेता कौशलेंद्र कुमार, सुधीर सिंह अन्य लोगों ने उनके बुके देकर स्वागत किया । इस मौके पर उन्होंने बताया कि बचपन से ही उनकी इच्छा न्यायिक सेवा में जाना था । इसलिए इस ओर लक्ष्य बनाकर तैयारी की जिसमें उन्हें सफलता मिली।
उन्होंने इस सफलता का श्रेय अपने पति और ससुराल के परिवार के साथ साथ अपने माता-पिता को दिया । उन्होनें बताया कि वे आईएस लॉ कॉलेज पुणे से वर्ष 2018 में पढ़ाई पूरी कर न्यायिक सेवा की तैयारी में जुट गई थी । पहली ही प्रयास में उन्हें यह सफलता मिली ।इसके पूर्व वे बैंक मैनेजर के पद पर कार्य कर रही थी।
गेसू के पति अवनीश आनंद बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं,जबकि उनके ससुर बृज किशोर सिंह रिटायर्ड आर्मी जवान हैं। उन्होंने बताया कि फरवरी 2017 में जब उनकी शादी हुई थी तो एक बार ऐसा लगा था कि वे अपने सपने को पूरा नहीं कर सकेंगी । मगर पति और ससुराल वालों के सहयोग से आज उन्हें यह सफलता मिली है।
उन्होंने कहा कि आज के समय में महिलाओं के ऊपर जो अत्याचार हो रहे हैं उनकी तरफ से पूरी कोशिश रहेगी कि महिलाओं को न्याय मिल सकें । आज के सामाजिक परिवेश में सरकार के द्वारा बनाए गए कानून को सही ढंग से लागू करने की बात कही। उन्होनें कहा कि न्यायिक प्रक्रिया सबूतों के आधार पर किया जाता है अगर कोई अपराधी न्यायालय से बरी हो रहा है तो इस मामले में पर्याप्त साक्ष्य नहीं जुटाए गए हैं पुलिस प्रशासन का दायित्व बनता है कि वो कोर्ट में पर्याप्त साक्ष्य रखे । उन्होंने महिलाओं के लिए कहा कि वे अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहें सफलता अवश्य ही हासिल होगी ।