NALANDA: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी मंगलवार को नालंदा पहुंचे। जहां कम समय में सुर्खियां बटोरने वाले 11 साल के सोनू कुमार से मिलने वे उसके गांव नीमाकौल भी गये। सांसद सुशील कुमार मोदी ने सोनू कुमार के परिजनों से मुलाकात की और सोनू को अपने हाथों से मिठाई खिलाया और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने सोनू कुमार को नवोदय स्कूल में नामांकन कराने का भरोसा दिलाया। इसके साथ ही हर महीने मैट्रिक तक 2 हजार सहायता देने की भी बात कही।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बदहाल शिक्षा और शराबबंदी का आईना दिखाने वाले छात्र सोनू की तेजप्रताप और चिराग पासवान से भी बात हुई है। चिराग 19 मई को उससे मिलने आ रहे है जबकि तेजप्रताप ने मिलने का समय नहीं दिया है। तेजप्रताप से बातचीत के दौरान सोनू ने कहा कि स्कूल में एडमिशन करवा दीजिए हम आईएएस बनना चाहते है। जिस पर तेजप्रताप ने भविष्य में जब हम मुख्यमंत्री बनेंगे तब तुम आईएएस बनकर मेरे अंदर ही काम करना। लेकिन सोनू ने कह दिया कि हम किसी के अंडर काम नहीं करेंगे। सोशल मीडिया पर सोनू और तेजप्रताप के बीच हुए बातचीत का वीडियो सामने आया है।
सोनू से मिलने उसके घर गये राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने यह घोषणा किया कि वे सोनू का एडमिशन नवोदय विद्यालय में कराएंगे और हर महीने दो हजार रुपया आर्थिक मदद के तौर पर करेंगे। सोनू से मिलने के दौरान सुशील मोदी ने मीडिया से बातचीत की उन्होंने कहा कि साइकिल चलाकर मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम में सोनू गया और अपनी बात को बेबाक तरीके से रखा। नवोदय विद्यालय में नामांकन कराने की बात सोनू ने कही है। इस बच्चे ने पूरे देश का ध्यान आकृष्ट किया है। सभी लोगों से आग्रह करूंगा कि इस तरह के बच्चे को प्रोत्साहित करें। इतना प्यारा बच्चा है जो इस उम्र में अपने से भी गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम करता है। मैं इसकी पूरी मदद करूंगा।
वही सोनू ने बताया कि 19 मई को चिराग पासवान मिलने आएंगे। उनसे और तेजप्रताप यादव से बात हुई है। तेजप्रताप कह रहे थे कि आईएएस बनोंगे तब मेरे अंदर में रहोगे ना। तेजप्रताप आज नहीं आए देखिए कब आते हैं। रातो रात स्टार बनने के सवाल पर सोनू ने कहा कि जब तक हमारा नामांकन किसी अच्छे शिक्षण संस्थान में नहीं हो जाता तब तक मैं खुद को स्टार नहीं मानूंगा।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीते दिनों जब नालंदा जिले के कल्याण बिगहा गांव पहुंचे थे। इस दौरान सीएम नीतीश जनसंवाद कार्यक्रम में जनता की समस्याएं सुन रहे थे। तभी 11 साल का सोनू लोगों के बीच से सीएम नीतीश से आंखों में आखें डालकर बातें करने लगा। छठी कक्षा में पढ़ने वाले सोनू यादव ने निर्भय होकर मुख्यमंत्री से कहा, ”सर, सुनिए न..प्रणाम सर, हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए…गार्जियन नहीं पढ़ाते हैं" सोनू ने नीतीश कुमार को बिहार में शिक्षा की बदहाली और शराबबंदी की हालत से अवगत कराया। बाद में मीडिया से बातचीत के दौरान सोनू ने कहा कि “मैंने सीएम से अनुरोध किया कि मुझे अच्छी शिक्षा प्रदान करें। मेरे पिता मुझे पढ़ाई के लिए पर्याप्त पैसे नहीं देते क्योंकि वह सारा पैसा शराब पर खर्च कर देते हैं।
बता दें कि सोनू कुमार मुख्य रूप से हरनौत ब्लॉक के नीमा कौल गांव का रहने वाला है। उसका कहना था कि वह अपनी पढ़ाई के लिए पैसे कमाने के लिए नर्सरी से कक्षा 5 तक के बच्चों को पढ़ाता हूं। लेकिन पापा मेरा पैसा शराब पर खर्च कर देते हैं। सोनू ने कहा था कि सीएम ने मेरे अनुरोध पर सहमति जताई है और अपने एक अधिकारी से मुझे एक अच्छे स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए कहा है। सरकारी स्कूल अच्छी शिक्षा नहीं देते। स्कूल के शिक्षक को खुद अंग्रेजी नहीं आती है। जिसके बाद रातों रात सोनू सुर्खियों में आ गया। अब उससे मिलने राजनेता पहुंच रहे हैं और कई पहुंचने वाले हैं। ऐसे में यह देखना होगा कि सोनू से मिलने अब कौन-कौन से नेता आते हैं और क्या मदद और आश्वासन देकर जाते हैं।