PATNA: नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली का प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षकों ने जोरदार विरोध किया है। शिक्षकों ने बिना परीक्षा दिये सरकार से राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग की है। शिक्षकों का कहना है कि उन्हें गुमराह किया जा रहा है। गद्दी पर बैठे लोग हमें बेवकूफ समझ रहे हैं। लेकिन हम बेवकूफ नहीं है सब जान रहे हैं। नियोजित शिक्षकों ने गद्दी पर बिठाया है गद्दी से हटाना भी हम जानते हैं। यदि हमारी मांगे नहीं मानी गयी तो सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे और ईंट से ईंट बजा देंगे।
बिना परीक्षा राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग को लेकर शिक्षकों ने बड़े आंदोलन का एलान किया है। नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली का विरोध करते हुए शिक्षकों ने विधायकों के आवास से लेकर विधानसभा तक घेराव करने का ऐलान किया है। वे बिना परीक्षा राज्यकर्मी का दर्जा दिये जाने की मांग कर रहे हैं।
शिक्षकों का कहना है कि बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा नहीं दिया गया तब संग्राम होगा। राजधानी के सड़क पर लाखों लाख की संख्या में शिक्षक उतरेंगे। माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षक संघ ने एक साथ लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया है। दोनों संघ के शिक्षक पूरी तरह एकजुट हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी एक मात्र रणनिती यह है कि शिक्षा विभाग ने जो अधिसूचना जारी किया है उसमें हम केवल राज्यकर्मी की दर्जा की मांग को समायोजित करना चाहते हैं। सभी शिक्षक पात्रता दक्षता परीक्षा उत्तीर्ण हैं। सरकार के इस आदेश को कतई नहीं मानेंगे। सरकार कितनी बार शिक्षकों की परीक्षा लेगी। कितने बार फॉर्म भरवाएगी।
इस बार यदि उनकी मांगे नहीं मानी गयी तो लाखों लाख की संख्या में शिक्षक सड़क पर उतरेंगे और विधानमंडल के सत्र के दौरान विधानसभा का घेराव करेंगे। सरकार को घेरेंगे और ईंट से ईंट बजा देंगे। शिक्षकों ने कहा कि विज्ञापन का खेल हो रहा है। शिक्षकों को गुमराह करने का काम किया जा रहा है। गद्दी पर बैठकर हमें बेकफूक समझ रहे हैं। नियोजित शिक्षक ने ही गद्दी पर बिठाया है हटाना भी जानती है।