नागरिकता कानून के विरोध में बंगाल में हिंसा और आगजनी, ट्रेन और 10 बसों में लगाई आग, पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल

नागरिकता कानून के विरोध में बंगाल में हिंसा और आगजनी, ट्रेन और 10 बसों में लगाई आग, पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल

KOLKATA: असम के बाद अब पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर बवाल शुरू हो गया है. मुर्शिदाबाद में विरोध में लोगों ने एक ट्रेन में आग लगा दी है. हावड़ा के पास प्रदर्शनकारियों ने हाइवे पर 10 बसों में आग लगा दी है.

कई ऑफिस में तोड़फोड़

प्रदर्शनकारियों ने हावड़ा के पास कई ऑफिस और दुकानदारों में भी तोड़फोड़ किया है और आग के हवाले कर दिया. भीड़ ने संकराइल स्टेशन कॉम्पलेक्स पर धावा बोल दिया. यहां आगजनी और तोड़फोड़ की. प्रदर्शनकारियों ने  आरपीएफ के जवानों से मारपीट भी की है. पूर्वी रेलवे ने सियालदह-हसनाबाद के बीच ट्रेन सेवा रद्द कर दी है. कोना हाइवे जाम कर रहे प्रदर्शनकारियों ने जब पुलिस ने समझाया तो इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को खदेड़ दिया और पथराव कर दिया. जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. 

ममता बनर्जी ने विरोध करे, लेकिन कानून हाथ में न ले,बीजेपी ने किया पलटवार

इस उग्र प्रदर्शन के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करें, लेकिन कानून को अपने हाथ में न ले. भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ममता पर निशाना साधा हैंं. कहा कि पुरानी कहावत है कि जब रोम जल रहा था, तब नीरो अपने बाग में बैठा बांसुरी बजा रहा था. ममता बनर्जी की भी स्थिति वैसी ही है. जब उनका राज्य जल रहा है तो उन्हें कश्मीर की चिंता सता रही हैं. बेहतर हो कि वे सुलगते पश्चिम बंगाल को लेकर गंभीरता बरतें.