PATNA: राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा बिहार में नये मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल होंगे. उपेंद्र कुशवाहा बिहार के नये सियासी समीकरण से असहज दिख रहे हैं. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें फोन कर शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए मनाया, इसके बाद वे माने और वापस लौटे हैं.
उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के एक नेता ने बताया कि वे मौजूदा सियासी समीकरण में असहज महसूस कर रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा को पता था कि आज नये मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण होना है. लेकिन वे आज सुबह काराकाट संसदीय क्षेत्र के लिए रवाना हो गये थे. वे अरवल के पास पहुंचे थे कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का फोन उन्हें आय़ा. जेपी नड्डा ने उनसे शपथ ग्रहण में शामिल होने का न्योता दिया.
सूत्रों के मुताबिक पहले उपेंद्र कुशवाहा ने नड्डा से कहा कि उनका पहले से काराकाट संसदीय क्षेत्र में कार्यक्रम तय है और पार्टी के वर्कर इंतजार कर रहे हैं. लेकिन जेपी नड्डा ने उनसे शपथ ग्रहण में शामिल होने का आग्रह किया. जेपी नड्डा ने उनसे कहा कि बीजेपी फिर से आश्वस्त कर रही है कि उपेंद्र कुशवाहा से जो बात पहले हुई थी उससे पीछे नहीं हटेगी. इसके बाद उपेंद्र कुशवाहा वापस लौटने और शपथ ग्रहण में शामिल होने पर राजी हुए.
उपेंद्र कुशवाहा के एक करीबी नेता ने बताया कि वे भले ही शपथ ग्रहण में शामिल होने को तैयार हो गये हैं लेकिन वे अभी भी सहज नहीं है. नीतीश कुमार से चोट खाकर ही उन्होंने अपनी पार्टी बनायी थी और बीजेपी के साथ जाने का फैसला लिया था. उपेंद्र कुशवाहा के जेहन में 2019 के लोकसभा चुनाव का भी वाकया याद है, जब नीतीश कुमार के दबाव में बीजेपी ने कुशवाहा को एनडीए से बाहर जाने पर मजबूर कर दिया.
हालांकि उपेंद्र कुशवाहा कुछ दिन इंतजार करेंगे. अगर पुरानी स्थिति रही तो कुशवाहा अलग स्टैंड ले सकते हैं. लेकिन फिलहाल तो वेट एंच वॉच की नीति पर चलेंगे.