Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा? Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा? Bihar Politics: ‘गलतबयानी कर दलितों, अतिपिछड़ों को भड़का रहे राहुल गांधी’ मंत्री संतोष सुमन का बड़ा हमला Bihar Politics: ‘गलतबयानी कर दलितों, अतिपिछड़ों को भड़का रहे राहुल गांधी’ मंत्री संतोष सुमन का बड़ा हमला Bihar Crime News: AI से बनाया शहीद की पत्नी का फर्जी अश्लील वीडियो, बिहार में दो साइबर अपराधी अरेस्ट Bihar Crime News: AI से बनाया शहीद की पत्नी का फर्जी अश्लील वीडियो, बिहार में दो साइबर अपराधी अरेस्ट Bihar News: बिहार बाल श्रमिक आयोग का गठन, भाजपा प्रवक्ता को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी बेगूसराय में तालिबानी सजा: युवक को पिलर से बांधकर बेरहमी से पीटा, वीडियो वायरल Bihar Ias Officer: बिहार के ये आईएएस अफसर केंद्रीय मंत्री के बने P.S , बिहार सरकार ने किया विरमित BIHAR: सहरसा में पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, 3 थानाध्यक्ष समेत कई अफसरों का तबादला
1st Bihar Published by: Updated Thu, 18 Feb 2021 05:04:45 PM IST
- फ़ोटो
MUZAFFARPUR : महिला दारोगा समेत दो एसआई को सस्पेंड किया गया है. मुजफ्फरपुर के एसएसपी ने दोनों पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई संचालित करने का आदेश दिया है. दोनों ही अधिकारियों के ऊपर लूट और चोरी के मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगा है.
मामला मुजफ्फरपुर जिले के कांटी और गायघाट थाना का है. जिले के एसएसपी जयंतकांत ने कांटी थाना में पदस्थापित दारोगा सच्चिदानंद सिंह और गायघाट में पोस्टेड महिला दारोगा आशा देवी कर्ण को सस्पेंड कर दिया. एसएसपी ने कहा कि दोनों ही पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ अब विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
बताया जा रहा है कि विभागीय कार्रवाई की सुनवाई डीएसपी मुख्यालय बैद्यनाथ प्रसाद करेंगे. काजी मोहम्मदपुर थाने के थानेदार मो. सुजाउद्दीन को प्रस्तुतीकरण पदाधिकारी नियुक्त किया गया है. आरोप है कि दोनों पुलिस पदाधिकारी की जांच में शिथिलता की वजह से जेल में बंद आरोपितों को कोर्ट ने लाभ देते हुए जमानत दे दी थी.
गायघाट की दारोगा की लापरवाही की वजह से चोरी के मामले में जेल में आरोपित को जमानत मिली. वहीं, लूट और आर्म्स एक्ट के आरोपित को कांटी के निलंबित दारोगा सच्चिदानंद सिंह की जांच में लापरवाही और शिथिलता की वजह से अदालत से जमानत मिल गई.