MUZAFFARPUR : बिहार में कोरोना महामारी के बीच चमकी बुखार का भी कहर शुरू हो गया है. इस वक्त एक बड़ी खबर मुजफ्फरपुर से सामने आ रही है. जहां जानलेवा चमकी बुखार से पीड़ित 2 बच्चों की मौत हो गई है. जबकि एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में एईएस से पीड़ित 7 बच्चों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
मुजफ्फरपुर स्थित SKMCH के पीकू वार्ड में भर्ती चमकी बुखार से पीड़ित दो बच्चों की मौत हो गई है. रून्नीसैदपुर की रहने वाली 3 साल की वर्षा कुमारी और सीतामढ़ी के संदिग्ध एईएस मरीज 21 महीने के रिषि कुमार की मौत हुई है. बताया जा रहा है कि एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में शुक्रवार को तेज बुखार से पीडि़त 7 बच्चों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. इन बच्चों को पीकू वार्ड से बने प्री फेब्रिकेटेड पीकू वार्ड में शिफ्ट किया गया है.
SKMCH के सुपरिटेंडेंट अधीक्षक डॉ.सुनील कुमार शाही ने बताया कि पुराने भवन के आइसीयू में पीकू वार्ड के बच्चों को भेजा गया है. सरकार के निर्देश पर पीकू वार्ड में अब कोरोना के मरीज भर्ती होंगे, जिसको देखते हुए बच्चों को प्री फेब्रिकेटेड पीकू वार्ड में शिफ्ट किया गया है. परिजनों द्वारा हंगामा किये जाने की बात से इंकार करते हुए एसकेएमसीएच अधीक्षक ने आगे बताया कि कोई हंगामा नहीं हुआ है. जो लोग पीकू वार्ड में हैं उन्हें दो दिनों में पुराने भवन में शिफ्ट कर दिया जायेगा.
तेज बुखार से पीडि़त भर्ती बच्चों में सीतामढ़ी के 21 माह के रिषि कुमार, मुशहरी की तीन वर्षीय अनुराधा कुमारी, मीनापुर के आठ वर्षीय सिद्धांत कुमार, एक वर्षीय आशिक कुमार, मोतिहारी मधुबन की सात वर्षीय नेहा कुमारी और हथौड़ी की पांच वर्षीय मौसम कुमारी शामिल हैं. शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ.गोपाल शंकर साहनी ने बताया कि इलाज के क्रम में रिषि और वर्षा की मौत हो गई है. बच्चों का लक्षण के आधार पर इलाज चल रहा है.